जबलपुर. एमपी के जबलपुर लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को वोटिंग खत्म हो गई है. सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक मतदान चला. 19 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है. चुनाव आयोग के मुताबिक शाम 6 बजे तक करीब 61 फीसदी मतदान हुआ. यह पिछले चुनाव से 8 प्रतिशत कम है. इससे पहले, 2019 के लोकसभा चुनाव में 69 प्रतिशत मतदान हुआ था.
शाम को महात्मा गांधी वार्ड में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. इनके बीच जमकर बहस हुई. एएसपी सोनाक्षी सक्सेना ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामला शांत कराया.
पनागर विधानसभा क्षेत्र के धरहर गांव में सड़क की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया. शाम तक यहां 800 वोटर्स में से सिर्फ 13 लोगों ने वोट डाला. आर्य कन्या शाला और लाला लाजपत राय वार्ड में ईवीएम में खराबी की वजह से सुबह 10 से 15 मिनट तक मतदान प्रभावित रहा. मतदान केंद्र - 173 के अंदर का फोटो व्हाट्सएप ग्रुप पर शेयर करने पर पीठासीन अधिकारी रतन कुमार को निलंबित कर दिया गया.
जबलपुर में मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी आशीष दुबे और कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश यादव के बीच है. वोटिंग के बाद भाजपा प्रत्याशी ने कहा, हम एमपी की सभी 29 सीट जीत रहे. कांग्रेस प्रत्याशी बोले, इस बार जनता बदलाव का मन बना चुकी है. राज्यसभा सांसद व कांग्रेस के सीनियर लीडर विवेक तन्खा ने भाजपा के 400 पार के नारे पर कहा, मुझे नहीं लगता भाजपा 200 पार भी जा रही है.
2139 केंद्रों पर 15 हजार से ज्यादा कर्मियों ने मतदान कराया. 8 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई. 15 पोलिंग बूथ वल्नरेबल तो 482 क्रिटिकल हैं. जबलपुर में 1894304 मतदाता हैं. इनमें 961997 पुरुष, 93212 महिला, 95 ट्रांसजेंडर हैं. 38459 नए मतदाता हैं. 85 साल से ज्यादा के 6666 मतदाता हैं. 2241 दिव्यांग मतदाता शामिल रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर लोकसभा सीट के लिए दोपहर एक बजे तक 39.01 प्रतिशत मतदान हुआ, यहां पीठासीन अधिकारी सस्पेंड