पलपल संवाददाता, दमोह. एमपी के दमोह में शिक्षा विभाग में लम्बे समय से फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रहे क्लर्क धर्मेन्द्र बर्मन को संयुक्त संचालक शिक्षा मनीष वर्मा ने सस्पेंड कर दिया है. शासकीय उत्कृष्ठ विद्यालय पथरिया में सहायक ग्रेड टू धर्मेन्द्र बर्मन के शीघ्र लेखन-मुद्रलेखन प्रमाण पत्र के संदिग्ध हानेे के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी.
धर्मेन्द्र बर्मन के लिपिक सेवा अभिलेखों में संलग्र प्रमाण पत्र की जांच मुद्रलेखन परीक्षा परिषद लोक शिक्षण परिषद लोक शिक्षण संचालनालय एमपी भोपाल की जांच परिषद में उपलब्ध अभिलेखों से कराई गई. जांच में यह बात सामने आई कि संबंधित लिपिक द्वारा सेवा अभिलेखों में संलग्र प्रमाण पत्र रोल नम्बर 44248 दिनांक 31 मार्च 2000 प्रस्तुत कर कूटरचित तरीके से शासकीय नौकरी प्राप्त करना पाया गया. इसके बाद क्लर्क धर्मेन्द्र बर्मन को सस्पेंड कर उनका मुख्यालय बीईओ कार्यालय तेंदूखेड़ा नियत किया गया है. इधर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि दमोह में शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अनेक लिपिक व शिक्षक नौकरी कर रहे हैं. जिसमें उनके द्वारा सेवा नियुक्त में लगाई गई टाइपिंग परीक्षा के प्रमाण पत्र संदिग्ध हैं. इसी तरह अनेक शिक्षकों की डीएड की अंकसूची भी फर्जी तरीके से बनाकर लगाई गई है. जिनकी जांच कराने के संबंध में जेडी को पत्र भेजा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के बड़वानी में बड़ा हादसा: कार-बाइक की भिड़ंत, एक ही परिवार के चार लोगों की मौत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तबीयत बिगड़ी, ऐन वक्त पर एमपी का सतना दौरा किया रद्द
एमपी-छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र समेत 12 राज्यों में लू का असर, 17 राज्यों में आज बारिश का अनुमान