नई दिल्ली. 18वीं लोकसभा सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में संविधान की प्रतियां हाथ में लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह संविधान पर हमला कर रहे हैं, जो कि हमें स्वीकार्य नहीं है, हम ऐसा नहीं होने देंगे.
इसलिए हमने शपथ लेते समय संविधान को हाथ में लिया. हमारा संदेश यह है कि कोई भी ताकत भारत के संविधान को नहीं छू सकती है. इससे पहले आज संसद सत्र की शुरुआत से पहले मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1975 में लगाए गए आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने इसे लोकतंत्र पर धब्बा बताया. पीएम मोदी ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि कल 25 जून है. 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर लगे उस कलंक के 50 साल पूरे हो रहे हैं. भारत की नई पीढ़ी कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह से नकार दिया गया था. संविधान के हर हिस्से की धज्जियां उड़ा दी गई थीं. देश को जेलखाना बना दिया गया था और लोकतंत्र को पूरी तरह से दबा दिया गया था.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी संकल्प लेंगे कि भारत में फिर कोई ऐसा काम करने की हिम्मत न करे, जो 50 साल पहले किया गया था. हम एक जीवंत लोकतंत्र का संकल्प लेंगे. हम भारत के संविधान के निर्देशों के अनुसार आम लोगों के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे.
Source : palpalindia
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