#Thursday श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया : 22 अगस्त 2024

#Thursday श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया: 22 अगस्त 2024

प्रेषित समय :20:52:08 PM / Wed, Aug 21st, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पल-पल इंडिया (व्हाट्सएप- 8302755688)
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया 22 अगस्त 2024 इस प्रकार है....
कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, महा संकट हर चतुर्थी, अगस्त्य अर्घ्य, हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी, सर्वार्थ सिद्धि योग

* शक संवत 1946, विक्रम संवत 2081
* अमांत महीना श्रावण, पूर्णिमांत महीना भाद्रपद
* वार गुरुवार, पक्ष कृष्ण, तिथि तृतीया - 13:46 तक, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद - 22:05 तक, योग धृति - 13:11 तक, करण विष्टि - 13:46 तक, द्वितीय करण बव - 00:10, (23 अगस्त 2024) तक
* सूर्य राशि सिंह, चन्द्र राशि मीन
* राहुकाल 14:11 से 15:47
* अभिजीत मुहूर्त 12:09 से 13:00
गुरुवार चौघड़िया 22 अगस्त 2024 
* दिन का चौघड़िया

शुभ - 06:11 से 07:47
रोग - 07:47 से 09:23
उद्वेग - 09:23 से 10:59
चर - 10:59 से 12:35
लाभ - 12:35 से 14:11
अमृत - 14:11 से 15:47
काल - 15:47 से 17:23
शुभ - 17:23 से 18:59
* रात्रि का चौघड़िया
अमृत - 18:59 से 20:23
चर - 20:23 से 21:47
रोग - 21:47 से 23:11
काल - 23:11 से 00:35
लाभ - 00:35 से 01:59
उद्वेग - 01:59 से 03:23
शुभ - 03:23 से 04:47
अमृत - 04:47 से 06:11  
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का दिन....
https://palpalindia.com/aajkadin.php

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

ज्योतिष शास्त्र में वक्री ग्रह क्या है? इनको जन्मकुंडली में कैसे देखा जाना चाहिए?

जन्म कुंडली में इंदु लग्न से वित्तीय स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता

जानिए कहीं आपके जन्मकुंडली में कैंसर योग तो नहीं ?

जन्म कुंडली में बनने वाले महत्वपूर्ण दोष

ज्योतिष के अनुसार कुंडली के सातवें भाव में सूर्य के प्रभाव को जानना चाहिए