#NagPanchami आज का दिन- शुक्रवार, 23 अगस्त 2024, वागड़, गुजरात में नाग पंचमी!

#NagPanchami आज का दिन- शुक्रवार, 23 अगस्त 2024, वागड़, गुजरात में नाग पंचमी!

प्रेषित समय :18:59:16 PM / Thu, Aug 22nd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8875863494)
नाग पंचमी, पंचक, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग
* वागड़, गुजरात में नाग पंचमी - शुक्रवार, 23 अगस्त 2024
* नाग पंचमी पूजा मूहूर्त - 10:38 से 18:58
* पंचमी तिथि प्रारम्भ - 23 अगस्त 2024 को 10:38 बजे
* पंचमी तिथि समाप्त - 24 अगस्त 2024 को 07:51 बजे

जन्म पत्रिका में काल सर्प योग कई बार जीवन में सफलता में बाधा बनता है, इसे दोष मानकर परेशान न हों, कई ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी कुण्डली में काल सर्प योग होने पर भी वे सफलतम रहे हैं, इसलिए यदि कुण्डली में काल सर्प योग है तो शांति के लिए करें-
* यदि जन्म पत्रिका में काल सर्प योग है और उसके कारण नुकसान हो रहा है तो ससमय शांति पूजा करें.
* काल सर्प योग के कारण बाधा-परेशानियां हैं तो नाग पंचमी के दिन नाग प्रतिमा स्थापित कर कच्चा दूध अर्पित करते हुए पूजा करें,
* सम्भव हो तो सपेरे द्वारा पकड़े गए सर्प को बंधन मुक्त करवाएं.
* प्रतिदिन सर्प-सुक्त का पाठ करें.
* भगवान शिव का अभिषेक करें और चाँदी के नाग-नागन का जोड़ा बहते पानी में प्रवाहित करें.
* घर में मोर-मुकुट धारण किए श्रीकृष्ण की मूर्ति-चित्र रखें और यथाशक्ति 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय' जाप करते हुए पूजा करें.
* राहु और राहु की दशा से प्रभावित व्यक्ति प्रतिदिन सरस्वती मंत्र पूजा करें.
* देवी सरस्वती की पूजा से भ्रम की स्थिति से मुक्ति मिलती है, राहु से संबंधित परेशानी में देवी सरस्वती की पूजा-आराधना करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है!
-सरस्वती वंदना-
या कुन्देदुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता.
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना..
या ब्रह्माच्चुत शंकरप्रभृतिभिदैवे: सदा वंदिता
सा माम् पातु सरस्वती भगवती नि:शेषजाड्यापहा..
* नागपाश मुक्तिदाता श्री हनुमान की पूजा और सुन्दरकांड का पाठ भी लाभदायक है.
अतुलित बलधामं हेमशैलाभदेह दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम.
सकलगुण निधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रिय भक्तं वातजातं नमामि..
* राहु छाया ग्रह है जो व्यक्ति को मतिभ्रम की स्थिति में ले आता है, जैसे छाया का स्थाई अस्तित्व होता नहीं है, पर नजर आती है वैसे ही राहु का कुप्रभाव स्थाई होता नहीं है पर महसूस होता है!
* राहु की दशा-अंतरदशा में यह विचलित कर देता है तथा व्यक्ति अज्ञात भय से ग्रस्त रहता है!
धर्म कथानुसार.... राजा परीक्षित की मृत्यु तक्षक नामक नाग के काटने से हुई थी. जनमेजय जो अर्जुन के पौत्र, परीक्षित के पुत्र थे, ने नागों से बदला लेने और नागवंश के विनाश के लिए नाग यज्ञ किया. नागों की रक्षा के लिए इस यज्ञ को ऋषि जरत्कारु के पुत्र आस्तिक मुनि ने रोका. 
जब इस यज्ञ को रोका गया उस दिन श्रावण मास की पंचमी तिथि थी इसलिए तब से नाग पंचमी पर्व मनाने की परंपरा शुरू हुई. 
वैसे पौराणिक काल से ही नाग को देवता के रूप में पूजा जाता रहा है. धर्मग्रंथों के अनुसार ब्रह्मा के पुत्र ऋषि कश्यप की चार पत्नियाँ थी. ऐसा माना जाता है कि उनकी पहली पत्नी से देवता, दूसरी पत्नी से गरुड़ और चौथी पत्नी से दानव उत्पन्न हुए, लेकिन उनकी तीसरी पत्नी कद्रू थी, जिनका संबंध नागवंश से था, वहीं से नागों की उत्पत्ति हुई!
ऐसे करें नाग पंचमी पूजा-व्रत
* स्थानीय धर्मगुरु के निर्देशानुसार नाग पंचमी की पूजा-व्रत करें क्योंकि अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग पंचमियों को नाग पंचमी मनाई जाती है. 
* इस पूजा के आठ नागदेव हैं- अनन्त, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख, इन अष्टनानागों की पूजा होती है.
* चतुर्थी के दिन एक समय भोजन करें और पंचमी के दिन पूजा-कथा करके शाम को भोजन करें.
* पूजा करने के लिए यदि नागमंदिर न हो तो मिट्टी की नागमूर्ति, चित्र आदि को प्रतिष्ठित कर पूजा करें.
* स्थानीय पूजा विधि से हल्दी, रोली, चावल, फूल आदि चढ़ाएं.
* पूजा के बाद कच्चा दूध, घी, चीनी मिलाकर नागदेव को अर्पित करें.
* पूजा के बाद नागदेव की कथा सुने, आरती करें.
* कथा का उद्देश्य नाग पंचमी के महत्व को दर्शाना है इसलिए स्थानीय प्रचलित कथा सुने-सुनाएं.
* जो व्यक्ति कालसर्प योग के कुप्रभाव की गिरफ्त में हैं वे इस अवसर का सदुपयोग करें, पूजा करें और संभव हो तो सपेरे के बंधन से किसी सांप को मुक्त करवाएं!
* धर्मग्रंथों के अनुसार नाग दो तरह के होते हैं- दिव्य और भौम. इनमें से दिव्य सर्प देवकार्य करते हैं जबकि पृथ्वी पर विचरण करने वाले विषयुक्त शेष सर्प करीब अस्सी प्रकार के होते हैं.
* ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन पूजा करने वाले व्यक्ति और उसके परिवार को सर्प भय नहीं होता है.
* नाग पंचमी के दिन नागदेव को दूध अर्पित करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है!
 आज का राशिफल -
मेष राशि:- वैवाहिक जीवन में तकरार हो सकता है. जीवनसाथी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. अपने साझेदार तथा व्यापारियों के साथ धीरज से काम लें. संभव हो तो निरर्थक चर्चा या विवाद में ना जाएं. कोर्ट-कचहरी के कार्य में सफलता कम मिलेगी.

वृष राशि:- आज के दिन आप स्फूर्ति तथा स्वस्थता का अनुभव करेंगे. घर में भी तथा नौकरी के स्थल में भी वातावरण आनंददायी रहेगा. साथ काम करने वालों का सहयोग मिलेगा. रोगी व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होगा. मायके से अच्छे समाचार मिलेंगे. कार्य संपन्नता के कारण आपको यश मिलेगा. खर्च अधिक हो सकता है.

मिथुन  राशि:- आप का दिन मध्यम फलदायी होगा. संतान की चिंता आपको परेशान कर सकती है. वाद-विवाद या बौद्धिक चर्चा से दूर रहें. नए कार्य का प्रारंभ आज न करें तो बेहतर होगा. किसी प्रियजन के साथ भेंट होगी. प्रवास टालिएगा. नौकरी तथा व्यापार में लाभ होने की संभावना है. सामाजिक क्षेत्र में आपकी ख्याति बढ़ेगी.

कर्क राशि:- संबंधियों के साथ मनमुटाव हो सकता है. आर्थिक हानि की आशंका है. दांपत्य जीवन का सुख और आनंद मिलेगा. आज आपका व्यवहार सामान्य रहेगा. रुचिकर भोजन मिल सकता है. सामाजिक क्षेत्र में यशकीर्ति में वृद्धि होगी.

सिंह राशि:- नए कार्य के प्रारंभ के लिए आज का दिन शुभ है. भाई-बंधुओं से मेल-जोल में वृद्धि होगी तथा परिजनों के साथ प्रवास का आयोजन हो सकता है. भाग्य में वृद्धि होने की संभावना है. आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी. कार्य सफलता का दिन है. सामाजिक दृष्टि से मान-सम्मान मिलेगा.

कन्या राशि:- आज के दिन परिजनों के साथ कलह के प्रसंग न हो, इसका ध्यान रखने की जरूरत हैं. वाणी पर संयम आपको कठिनाई से बाहर निकाल लेगा. आंख में पीड़ा होने की आशंका है. विद्यार्थियों को पढ़ाई में अधिक ध्यान देना होगा. आप जो भी कार्य करेंगे उसमें यश प्राप्त होगा. आरोग्य की प्राप्ति होगी. नौकरीपेशा लोगों को लाभ होगा.

तुला राशि:- आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा. शारीरिक तथा मानसिक रूप से आप प्रसन्न रहेंगे. भौतिक तथा आध्यात्मिक दृष्टि से आपको अच्छा अनुभव हो सकता है. परिजनों के साथ प्रवास में सुरुचिपूर्ण भोजन करने का तथा भेंट उपहार मिलने पर आप आनंदित होंगे. आध्यात्मिक विचार आपके मन को छू लेंगे.

वृश्चिक राशि:- लोभ या लालच में फसने से बचे. आर्थिक विषय में बहुत सावधानी रखें. पूंजी-निवेश अथवा सही, मुहर करने से पहले ध्यान रखिएगा. शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. एकाग्रता भी कम रहेगी. धार्मिक कार्यों के पीछे धन का खर्च हो सकता है. परिजनों से मतभेद होने की आशंका है.

धनु राशि: आज आपका मित्रों के साथ लेन-देन करने का दिन है. मित्रों से भेंट उपहार मिलेंगे तथा आपका भी मित्रों के पीछे खर्च होगा. नई मित्रता के कारण भविष्य में भी लाभ हो सकता है. संतान से लाभ होगा. प्रवास का आयोजन हो सकता है. सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी.

मकर राशि:- आज का दिन नौकरी करने वालों के लिए शुभ है. नए कार्य का आयोजन सफलतापूर्वक कर सकेंगे. उच्चाधिकारियों की कृपादृष्टि आप पर रहेगी. प्रमोशन भी हो सकता है. गृहस्थ जीवन में मधुरता आएगी. आपके अधूरे कार्य पूर्ण होंगे. सरकारी लाभ मिलेगा.

कुम्भ राशि:- किसी भी नए कार्य का प्रारंभ करने के लिए दिन अनुकूल नहीं है. शरीर में थकान और आलस्य रहने से कार्य करने में उत्साह नहीं होगा. पेट संबंधित रोगों से परेशानी हो सकती है. नौकरी या व्यापार में भी विपरीत परिस्थितियां रहेंगी, इससे उच्चाधिकारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है. खर्च भी अधिक हो सकता है. महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आज कोई निर्णय न लें.

मीन राशि:- आज का दिन आपके लिए सचेत रहने वाला है. पारिवारिक सदस्यों के साथ वाद-विवाद न करें. वाणी पर तथा क्रोध पर संयम रखने से अनिष्ट दूर कर सकेंगे. अधिक खर्च होने की भी आशंका है. निषेधात्मक तथा अनैतिक कार्यों से दूर रहने की जरूरत हैं.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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