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श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग-चौघड़िया 23 अगस्त 2024 इस प्रकार है....
नाग पंचमी, पंचक, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग
* शक संवत 1946, विक्रम संवत 2081
* अमांत महीना श्रावण, पूर्णिमांत महीना भाद्रपद
* वार शुक्रवार, पक्ष कृष्ण, तिथि चतुर्थी - 10:38 तक, नक्षत्र रेवती - 19:54 तक, योग शूल - 09:31 तक, क्षय योग गण्ड - 06:09, (24 अगस्त 2024) तक, करण बालव - 10:38 तक, द्वितीय करण कौलव - 21:12 तक
* सूर्य राशि सिंह, चन्द्र राशि मीन - 19:54 तक
* राहुकाल 10:59 से 12:35
* अभिजीत मुहूर्त 12:09 से 13:00
शुक्रवार चौघड़िया 23 अगस्त 2024
* दिन का चौघड़िया
चर - 06:11 से 07:47
लाभ - 07:47 से 09:23
अमृत - 09:23 से 10:59
काल - 10:59 से 12:35
शुभ - 12:35 से 14:10
रोग - 14:10 से 15:46
उद्वेग - 15:46 से 17:22
चर - 17:22 से 18:58
* रात्रि का चौघड़िया
रोग - 18:58 से 20:22
काल - 20:22 से 21:46
लाभ - 21:46 से 23:11
उद्वेग - 23:11 से 00:35
शुभ - 00:35 से 01:59
अमृत - 01:59 से 03:23
चर - 03:23 से 04:47
रोग - 04:47 से 06:11
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का दिन....
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