आजकल ये परेशानी युवाओं में भी देखी जा रही है. बदलती जीवनशैली, खराब खानपान और एक्सरसाइज की कमी इस बीमारी के बढ़ते मामलों का बड़ा कारण है. अब लोग लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठकर काम करते हैं. आलम यह है की अब 25 से 35 साल की उम्र वालों को भी जोड़ों में दर्द की समस्या हो रही है. जोड़ों का दर्द कई तरह की परेशानियों का कारण बन रहा है.
इससे पीड़ित व्यक्ति रोजमर्रा के काम भी आसानी से नहीं कर पाता है. जोड़ों में दर्द के कारण रूमेटाइिड आर्थराइटिस की समस्या भी हो सकती है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से वजन बढ़ जाता है. मोटापा जोड़ों में दर्द का एक कारण बनता है. इसके अलावा खानपान का ध्यान न रखने से शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी भी हो रही है. इस वजह से भी जोड़ों में दर्द होता है.
पिछले पांच सालों में 25 से 35 साल के युवाओं में भी जोड़ों के दर्द की समस्या काफी बढ़ रही है. पहले 50 साल की उम्र के बाद लोगों में यह परेशानी देखी जाती थी. इतनी कम उम्र में जोड़ों में दर्द की समस्या एक चिंता की बात है. खराब खानपान, कम चलना फिरना और लैपटॉप के सामने घंटों बैठे रहने से सेहत को नुकसान हो रहा है. इस वजह से जोड़ों में दर्द की समस्या हो रही है.
डॉ. बताते हैं कि जोड़ों में दर्द आर्थराइटिस यानी गठिया का एक लक्षण हो सकता है. जब एक ये इससे अधिक जोड़ों में दर्द या सूजन होती है तो ये गठिया की समस्या है. गठिया के मुख्य लक्षण जोड़ों का दर्द और जकड़न ही हैं, जो आमतौर पर उम्र के साथ बदतर होते जाते हैं, लेकिन अब कम उम्र में ही गठिया हो रहा है. सबसे ज्यादा केस ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटाइड आर्थराइटिस के आते हैं. कई मामलों में शरीर में बढ़ा हुआ यूरिक भी जोड़ों में दर्द का कारण बनता है. बीते कुछ सालों में यूरिक एसिड बढ़ने के मामले भी ज्यादा देखे जा रहे हैं.
कैसे करें समस्या से बचाव
रोज एक्सरसाइज करें
अच्छा खाना खाएं
घंटों काम करने के बीच में कुछ मिनट रिलैक्स जरूर करें
जंक फूड का सेवन न करें.