मंदसौर. मध्यप्रदेश के मंदसौर में नेशनल लोक अदालत के दौरान एक अनोखा मामला सुलझाया गया। करीब दो साल से पत्नी अपने पति को छोड़कर मायके में रह रही थी और नौबत तलाक तक पहुंच चुकी थी लेकिन जब लोक अदालत में पति-पत्नी को बुलाकर बात की गई तो पता चला कि दोनों के बीच विवाद की वजह पति के द्वारा पति को स्कूटी पर न घुमाना है। इसके बाद कोर्ट ने पति को आदेश दिया कि पत्नी को स्कूटी पर घुमाए और जब पति ने ऐसा किया तो दोनों राजीखुशी एक बार फिर साथ में रहने को राजी हो गए।
नीमच के रहने वाले मनोज ने अपनी पत्नी संचिता (बदला हुआ नाम) से तलाक की अर्जी लगाई थी। संचिता मंदसौर की रहने वाली है। संचिता और मनोज एक ही कपड़े की दुकान पर काम करते थे और वहीं पर दोनों में दोस्ती और प्यार हुआ और उन्होंने 2021 में शादी कर ली। शादी के कुछ समय बाद संचिता ने एक बेटी को जन्म भी दिया। लेकिन बाद में संचिता और मनोज के बीच विवाद होने लगे और संचिता बेटी को लेकर अपने मायके आ गई और बीते दो साल से अपने मायके में ही रह रही थी। मनोज ने कई बार उसे मनाने की कोशिश भी की लेकिन वो नाकामयाब रहा।
स्कूटी पर नहीं बैठाता था पति
पत्नी संचिता (बदला हुआ नाम) को बार-बार मनाने के बाद भी जब वो नहीं मानी तो मनोज ने तलाक की अर्जी लगा दी। नेशनल लोक अदालत में मामला आया तो पति-पत्नी को बुलाकर बातचीत की गई जिसमें पत्नी संचिता ने बताया कि उसने व पति दोनों ने मिलकर एक स्कूटी खरीदी थी लेकिन मनोज अकेले ही स्कूटी से काम पर जाता था। उसे पैदल या ऑटो या बस से जाना पड़ता था इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगे थे जिनसे परेशान होकर वो मायके आ गई थी। कोर्ट ने पति मनोज को आदेश दिया कि वो पत्नी को स्कूटी पर घुमाए और स्कूटी का रजिस्ट्रेशन भी पत्नी के नाम पर कराए जिससे संचिता खुश हो गई और दोनों फिर एक साथ रहने को तैयार हो गए।
OMG : स्कूटी पर नहीं बैठाया था पति, पत्नि ने 2 साल तक ऐेसे तड़पाया, अब यह हुआ
प्रेषित समय :17:08:17 PM / Sun, Sep 15th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर