पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में आज कांग्रेस ने नगर निगम का घेराव का प्रदर्शन किया. इस मौके पर एमपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मैंने किसान न्याय यात्रा में पीएम मोदी को दही खिला दिया. क्योंकि उनके मुंह में दही जमा हुआ है कुछ बोलते ही नहीं है. इससे पूरी भारतीय जनता पार्टी को ऐसी मिर्ची लगी कि मेरे खिलाफ एफआईआर कराने पहुंच गए. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने रेप के मामलों को लेकर भाजपा सरकार पर सीधे हमला बोला. उन्होने कहा कि 24 घंटे में मध्यप्रदेश में 6 रेप के मामले सामने आए हैं. आखिर मध्यप्रदेश रेप की राजधानी कैसे बन गया. जागो मोहन भैया, आप गृहमंत्री भी हो.
नेता प्रतिपक्ष श्री सिंघार ने आगे कहा कि समर्थन मूल्य पर मोदी चुप क्यों हैं. अदानी व उनकी कंपनी पर जब आरोप लगते हैं तो पीएम कभी नहीं बोलते. वहीं पटवारी ने कहा कि भाजपा की अलोकतांत्रिक सरकार व व्यवस्था लोगों को तकलीफ देने और भ्रष्टाचार में लगी है. केवल नेताओं की खरीद.फरोख्त करती है. जनता को लूटती है. उन्होंने कहा कि यदि आज चुनाव हो जाए तो मोहन यादव की सरकार बाहर हो जाएगी. इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि कहना है कि भले ही जबलपुर महानगर बन गयाए लेकिन यहां की सड़कें जर्जर हैं. डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं होता. गंदगी के ढेर जगह-जगह देखे जा सकते हैं. कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने बताया कि एक दिन लेट होने पर दोगुना टैक्स वसूली, बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि, स्मार्ट मीटर के नाम पर लूट के खिलाफ यह आंदोलन किया जा रहा है. पहले जिन घरों का बिजली बिल 200 से 300 रुपए आता थाए अब बढ़कर 4000 से 5000 तक आने लगा है. शहर के सिविक सेंटर पार्क में जनसभा के बाद कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में नगर निगम ऑफिस का घेराव करने रवाना हुए, जिन्हे पुलिस ने बैरीकेट लगाकर रोक दिया. जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, विधायक लखन घनघोरिया, विधायक आरिफ मसूद बैरिकेड पर चढ़ गए. आधे घंटे बाद एडीएम को ज्ञापन देकर कांग्रेस ने प्रदर्शन खत्म किया.
बहनों को 1250 और जीजा को थमा रहे 5000 रुपए का बिजली बिल-
पत्रकारों से चर्चा करते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि बहनो को तो 1250 रुपए दे रहे और जीजा को 5000 रुपए का बिजली का बिल थमा रहे. विधायक, महापौर, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को भाजपा में ले जाकर कैसे कचरा करते हैंए ये जगत बहादुर सिंह (जबलपुर मेयर) सबसे बड़ा उदाहरण हैं. हमारे यहां हीरो थे वहां जीरो हो गए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-