पोइता भात असमिया भोजन संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हल्का और पचने में आसान होता है और इसमें पौष्टिक गुण होते हैं। पोइता भात को आमतौर पर रातभर पानी में भिगोए हुए चावल से तैयार किया जाता है। इसे खट्टा दही, नींबू, हरी मिर्च, और नमक के साथ परोसा जाता है। असम और बंगाल में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे पोइता और पंताभात। यह व्यंजन सिर्फ खाने के लिए नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक धरोहर भी है. अगर आप भी इसे खास बनाना चाहते हैं, तो हमारी बताई गई रेसिपी फॉलो करें।
सामग्री
चावल- 1 कप
पानी- चावल को भिगोने के लिए
दही- 1 कप
हरी मिर्च- 2-3 (बारीक कटी हुई)
नमक- स्वादानुसार
नींबू- 1 (रस निकालने के लिए)
कच्ची प्याज- 1 (बारीक कटी हुई)
सरसों का तेल- जरूरत के हिसाब से
भुनी मछली या कोई साइन डिश
विधि-
सबसे पहले चावल को अच्छी तरह से धो लें। फिर इसे नॉर्मल तरीके से उबाल लें। आप चाहें तो किसी भी तरह के चावल का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन आमतौर पर मोटे दानों वाले चावल का इस्तेमाल किया जाता है। जब चावल पक जाए, तो इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें। आप इसे जल्दी ठंडा करने के लिए एक बड़ी प्लेट में फैला सकते हैं। जब चावल पूरी तरह से ठंडा हो जाए, तो इसे एक बड़े बर्तन में डालें और इतना पानी डालें कि चावल पूरी तरह से डूब जाए। चावल को रातभर या कम से कम 6-8 घंटे के लिए ऐसे ही पानी में भिगोएं। यह भिगोया हुआ चावल ही पोइता भात कहलाता है। अगली सुबह चावल को पानी से बाहर निकालें। कुछ लोग थोड़ा पानी छोड़ देते हैं, ताकि भात नरम और ताजगी भरा लगे। अब इस चावल में दही, कटी हुई हरी मिर्च, प्याज, नमक और नींबू का रस डालें। आप अपने स्वाद के अनुसार इसमें मसाले और चीजें मिला सकते हैं। सरसों के तेल की कुछ बूंदें डालना एक वैकल्पिक उपाय है जो इसके स्वाद को और भी बढ़ाता है। पोइता भात को एक कटोरे में परोसें। इसके साथ आप खट्टा दही, भुनी मछली या आपकी पसंदीदा सब्जियां या अचार भी खा सकते हैं।