अमित शाह बोले, आंतकवाद को हम दफन करके ही दम लेगें, किसी की ताकत नहीं जो फिर से आंतकवाद लेकर आए

अमित शाह बोले, आंतकवाद को हम दफन करके ही दम लेगें, किसी की ताकत नहीं जो फिर से आंतकवाद लेकर आए

प्रेषित समय :15:45:53 PM / Thu, Sep 26th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

चेनानी. जम्मू.कश्मीर के चेनानी में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने एक चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होने कहा कि आप सभी सिर्फ चेनानी के लिए वोट नहीं करेंगे बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर के लिए फैसला करेंगे. श्री शाह ने उमर अब्दुल्ला को चुनौती देते हुए कहा कि आतंकवाद को हम पाताल तक दफन करके ही हम दम लेंगे. किसी की ताकत नहीं है जो जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद लेकर आए. अब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार है.

केन्द्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने सभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि हमारी देश की संसद पर जिस अफजल गुरु ने हमला कराया उसकी फांसी की सजा का ये लोग विरोध कर रहे हैं. उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए. उमर अब्दुल्ला साहब, आप आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते रहिए लेकिन जो आतंक फैलाएंगा, उसका जवाब फांसी के तख्ते पर ही दिया जाएगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आजादी के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि यहां कोई चुनाव हो रहा है. जहां न तो धारा 370 है और न ही कोई अलग झंडा. एनसी और राहुल बाबा कहते हैं कि हम धारा 370 वापस लाएंगे लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि न तो आप और न ही आपकी तीन पीढिय़ाँ धारा 370 को वापस ला सकेंगी. जम्मू-कश्मीर का ये चुनाव यहां तीन परिवारों का शासन समाप्त करने वाला चुनाव है. उन्होंने दावा किया कि जब से मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला किया है, तब से घाटी में शांति बनी हुई है. आतंकवाद और पथराव की घटनाओं में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर 40 साल तक आतंकवाद की दहशत में रहा, 40000 लोग मारे गए, 3000 दिन कर्फ्यू रहा. हर दिन पाक प्रेरित आतंकवादी बम और गोलियां चलाते थे. मोदी की सरकार ने धारा-370 को समाप्त कर दिया अब न पत्थरबाजी होती है न ही गोलियां चलती हैं. उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला व राहुल बाबा कह रहे थे कि हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र लाएंगे. किस मुंह से कह रहे हैं आप, अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार व नेहरू-गांधी परिवार ने 70 वर्षों तक जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को बांध कर रखा. उन्होंने कहा कि अब यहां पंच, सरपंच भी हैं, ब्लॉक के चुनाव हुए. जिले के चुनाव हुए जो पहले नहीं होते थे. पीएम मोदी ने 40000 जनप्रतिनिधियों को लोकतंत्र का फायदा पहुंचाया है. 
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-