नई दिल्ली. सोमनाथ मंदिर के पीछे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया. इसके तहत गिर सोमनाथ जिला प्रशासन ने शनिवार को प्रभास पाटन कस्बे में सरकारी जमीन पर बने अल्पसंख्यक समुदाय के नौ धार्मिक ढांचों को ध्वस्त कर दिया. सुबह-सुबह तोड़फोड़ अभियान में बाधा डालने की कोशिश कर रही बड़ी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
करीब 120 लोगों को हिरासत में लिया गया है. घटना को लेकर शनिवार को प्रभास पाटन का मुख्य बाजार बंद रहा. जानकारी के मुताबिक, तीन पड़ोसी जिलों के एसपी की निगरानी में 1,400 पुलिसकर्मियों की ओर से समर्थित 12 घंटे का अभियान सुबह 5 बजे शुरू हुआ.
कलेक्टर ने कहा कि नौ धार्मिक स्थल और 45 कमरों का इस्तेमाल मुसाफिर खाने के तौर पर किया जा रहा था. जमीन की कीमत 320 करोड़ रुपये आंकी गई है. हमने नोटिस जारी किए हैं और उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया है. लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला...आज सुबह-सुबह तोड़फोड़ अभियान शुरू हो गया और हमने 102 एकड़ जमीन खाली करा ली है...हम दो दिनों के भीतर जमीन खाली करा लेंगे.
एक सूत्र ने बताया कि प्रशासन ने नोटिस की अवधि भी बढ़ा दी ताकि रहने वालों को इमारतें खाली करने का समय मिल सके. पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भिड़िया जीआईडीसी सर्किल और शंख सर्किल के बीच 5 किलोमीटर की सड़क को बंद कर दिया था. प्रशासन ने अभियान के लिए 35 अर्थमूवर, 50 ट्रैक्टर और 10 ट्रक तैनात किए, लेकिन एक दिन में मलबा साफ नहीं किया जा सका। सूत्र ने बताया कि बाकी मलबा रविवार को हटाया जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-