तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट- धर्म और राजनीति को मत मिलाइए! क्या राजनेता सबक लेंगे?

तिरुपति लड्डू विवाद पर सुप्रीम कोर्ट- धर्म और राजनीति को मत मिलाइए! क्या राजनेता सबक लेंगे?

प्रेषित समय :15:29:43 PM / Tue, Oct 1st, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अभिमनोज
आंध्रप्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लड्डू में कथित तौर पर ’जानवरों की चर्बी’ होने के मामले में 30 सितंबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू की उस टिप्पणी पर नाराज़गी व्यक्त की है, जिसके बाद से लड्डू विवाद शुरू हुआ, अदालत ने कहा- धर्म और राजनीति को मत मिलाइए!  
अदालत का सवाल था कि- यदि जांच चल रही थी तो मीडिया में जाने की ज़रूरत क्या थी?
इतना ही नहीं, अदालत ने सीएम चंद्रबाबू नायडू के लिए कहा कि- आप संवैधानिक पद पर हैं, हम उम्मीद करते हैं कि भगवान को राजनीति से दूर रखा जाए, यदि आपने पहले ही जांच के आदेश दे दिए थे, तो मीडिया में जाने की क्या ज़रूरत थी? यही नहीं, अदालत ने कहा कि- लैब रिपोर्ट जुलाई में आई, आपका बयान सितंबर में आया, जबकि.... रिपोर्ट में भी सब कुछ साफ़ नहीं है.
खबरों की मानें तो.... चंद्रबाबू नायडू ने 19 सितंबर 2024 को दावा किया था कि- पिछली सरकार के दौरान तिरुमाला लड्डू को बनाने में शुद्ध घी की बजाय जानवरों की चर्बी वाले घी का इस्तेमाल किया जाता था.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दाखिल की गईं, जिनमें लड्डू तैयार किए जाने और मंदिर के संचालन को लेकर दिशा-निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया.
अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि- आपने स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम बनाई, तो जांच की रिपोर्ट आने से पहले ही आप मीडिया में क्यों गए? इस मामले पर यदि आप पूरी तरह से पुख्ता नहीं थे, तो आप जनता के बीच क्यों गए? और.... जांच का उद्देश्य क्या है?
खबरों पर भरोसा करें तो.... अदालत का यह भी कहना था कि- अब तक ये भी साबित नहीं हुआ है कि जिस घी के बारे में बात हो रही है, वो लड्डू बनाने में इस्तेमाल हुआ भी है या नहीं.
अब इस मामले में 3 अक्तूबर 2024 को आगे सुनवाई होगी, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि- अदालत की भावना को समझते हुए राजनेता सबक लेंगे?

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-