दौसा. राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट बस स्टैंड पर तेज रफ्तार डंपर ने कई बाइक सवारों को कुचल दिया. जानकारी के अनुसार हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि डंपर का ब्रेक फेल हुआ था. इसके बाद वह बस से भिड़ा और भीड़ में घुस गया. दोनों ही वाहनों के नीचे 15 लोग दब गए थे.
10 गंभीर घायलों को लालसोट और दौसा के जिला हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. जानकारी के अनुसार एक्सीडेंट सुबह 11.30 बजे हुआ. बस व डंपर के नीचे फंसे घायलों को निकालने के लिए क्रेन की मदद ली गई. स्थानीय नेताओं ने हादसे के लिए पुलिस-प्रशासन को जिम्मेदार बताया है.
कांग्रेस नेता कमल मीणा ने कहा कि सुबह 8 से रात 8 बजे तक इस इलाके में बड़े वाहनों की नो एंट्री है, लेकिन ऐसे बजरी से भरे डंपर भीड़ भरे इलाकों में घुस रहे हैं. ये सभी बड़े लोगों के डंपर हैं और राजनीतिक शह पर चल रहे हैं. पुलिस प्रशासन इस घटना के लिए जिम्मेदार है. तीन दिन पहले लालसोट के सारे व्यापारी सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक इसी समस्या को लेकर धरने पर बैठे थे, लेकिन एसपी सहित किसी ने ध्यान नहीं दिया.
घायलों को हायर सेंटर रेफर किया
लालसोट जिला अस्पताल के सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीणा ने बताया कि 15 लोगों को अस्पताल लाया गया था. इनमें से 4 की पहले ही मौत हो चुकी थी. हादसे में घायल एक और व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हुई है. मृतकों में लक्ष्मी महावर(14), रेवड़ (33) पुत्र गेंडालाल, महेश चंद्र शर्मा और रामहरि योगी की पहचान हुई है.
वहीं, घायलों अजय (33) पुत्र जेनेंद्र, कस्तूरी (34) पत्नी रामफूल, पप्पू (50) पुत्र बहरूपिया, बिरमा (45) पत्नी जगदीश, अर्चना (35), हाकिम सिंह (60) छाजुूसिंह, गोलू (14) पुत्र लल्लू महावर, मानसिंह (14) पुत्र बजरंग, उर्मिला (40) पत्नी शंभूदयाल और पूजा (30) को दौसा और दूसरे हॉस्पिटल में रेफर किया गया है.
बस के नीचे भी दबे लोग
बेकाबू डंपर ने बस स्टैंड पर खड़ी एक रोडवेज बस को भी टक्कर मारी थी. हादसे में घायल बौंली गांव के रहने वाले पप्पू बहरूपिया (52) ने बताया कि हम मूंगफली खरीद रहे थे. हमारे पीछे एक बस खड़ी थी. उसी दौरान बस हमारे ऊपर चढ़ गई. वहां पर बहुत लोग थे, काफी लोग घायल हो गए. बिरमा देवी (45) ने कहा कि मैं बस से उतर कर दूसरी तरफ जा रही थी. एकदम से बस ऊपर चढ़ गई. मेरे साथ मेरी बेटी थी. वो बच गई, लेकिन मुझे काफी चोट आई है.
विधायक ने पुलिस प्रशासन को बताया जिम्मेदार
विधायक रामबिलास मीणा ने इस हादसे का जिम्मेदार पुलिस प्रशासन को बताया. विधायक ने एएसपी लोकेश मीणा से सवाल किए कि जब शहर में सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक बड़े वाहन प्रतिबंधित हैं तो किसके आदेश पर इन ओवरलोड वाहनों को एंट्री दी जा रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-