- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8302755688)
* दीपावली के अवसर पर शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है.
* देवी लक्ष्मी के शुभ आशीर्वाद के लिए सूर्यास्त के तुरंत बाद प्रदोष काल के दौरान स्थिर वृषभ लग्न में पूजा को श्रेष्ठ माना जाता है.
* कई श्रद्धालु चौघड़िया देख कर भी देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं.
* दीपावली पूजा के दौरान चोपड़ा पूजन भी करते हैं.
* चोपड़ा पूजा में देवी लक्ष्मी के समक्ष नई खाता पुस्तकों का शुभारम्भ किया जाता है और अगले वित्तीय वर्ष में शुभ-लाभ के लिए प्रार्थना की जाती है.
* श्रद्धालु चौघड़िया देख कर चोपड़ा पूजन करते हैं.
श्रीलक्ष्मी पूजा मुहूर्त- जहां 31 अक्टूबर 2024 को दीपावली मनाई जा रही है....
* श्रीलक्ष्मी पूजा - 31 अक्टूबर 2024
* आदर्श श्रीलक्ष्मी पूजा मुहूर्त - 19 से 19:45
* प्रदोष काल - 17:54 से 20:27
* वृषभ काल - 18:43 से 20:41
* अमावस्या तिथि प्रारम्भ - 31 अक्टूबर 2024 को 15:52 बजे
* अमावस्या तिथि समाप्त - 1 नवम्बर 2024 को 18:16 बजे
॥ आरती श्री लक्ष्मी जी ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता.
तुमको निशिदिन सेवत,हरि विष्णु विधाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी,तुम ही जग-माता.
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
दुर्गा रुप निरंजनी,सुख सम्पत्ति दाता.
जो कोई तुमको ध्यावत,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता.
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
जिस घर में तुम रहतीं,सब सद्गुण आता.
सब सम्भव हो जाता,मन नहीं घबराता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
तुम बिन यज्ञ न होते,वस्त्र न कोई पाता.
खान-पान का वैभव,सब तुमसे आता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर,क्षीरोदधि-जाता.
रत्न चतुर्दश तुम बिन,कोई नहीं पाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
महालक्ष्मीजी की आरती,जो कोई जन गाता.
उर आनन्द समाता,पाप उतर जाता॥
ॐ जय लक्ष्मी माता॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 31 अक्टूबर 2024
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीनाआश्विन पूर्णिमान्त महीना कार्तिक
* वार गुरुवार, पक्ष कृष्ण, तिथि चतुर्दशी - 15:52 तक, नक्षत्र चित्रा - 00:45, (1 नवम्बर 2024) तक, योग विष्कम्भ - 09:51 तक, करण शकुनि - 15:52 तक, द्वितीय करण चतुष्पाद - 05:06, (1 नवम्बर 2024) तक
* सूर्य राशि तुला, चन्द्र राशि कन्या - 11:15 तक
* राहुकाल 13:40 से 15:05
* अभिजित मुहूर्त11:53 से 12:38
गुरुवार चौघड़िया- 31 अक्टूबर 2024
* दिन का चौघड़िया
शुभ - 06:37 से 08:02
रोग - 08:02 से 09:26
उद्वेग - 09:26 से 10:51
चर - 10:51 से 12:16
लाभ - 12:16 से 13:40
अमृत - 13:40 से 15:05
काल - 15:05 से 16:29
शुभ - 16:29 से 17:54
* रात्रि का चौघड़िया
अमृत - 17:54 से 19:29
चर - 19:29 से 21:05
रोग - 21:05 से 22:40
काल - 22:40 से 00:16
लाभ - 00:16 से 01:51
उद्वेग - 01:51 से 03:27
शुभ - 03:27 से 05:02
अमृत - 05:02 से 06:38
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज अचल संपती के मामले में अडचनें आयेंगी, मिलन हर्षप्रद रहेगा, संतान की उन्नती से मन प्रसन्न होगा, मित्रों के द्वारा धोखे के योग हैं, संतान को बिशेष उन्नती के योग बनते हैं.
वृष राशि:- आज दाम्पत्य जीवन में तनाव की स्थिती रहेगी, मन प्रफुल्लित रहेगा, दाम्पत्य जीवन में सुख शांती के योग बनते हैं, भाईयों के द्वारा घात किया जा सकता है जबकि उपर से प्रेम प्रतीत होगा.
मिथुन राशि:- आज शत्रु के कारण परेशानी रहेगी, विलासिता के पीछे धन ब्यय होंगे, संतान को कष्ट हो सकता है, दिनचर्या मस्त मस्त ब्यतित होगा, कुटुंब के कारण परेशानी होगी, पराक्रम के कारण लाभ प्राप्त होगा.
कर्क राशि:- आज अध्ययन अध्यापन के क्षेत्र में बाधा आयेंगी, किये गये कार्य में सफलता मिलेगी, दिनचर्या मलीन रहेगा, भाईयों के साथ संबंधों में सुधार आयेगी, जमीन मकान के कार्यों में बाधा होगी.
सिंह राशि:- आज मकान जमीन के क्षेत्र में परेशानी आयेगी, कर्म क्षेत्र में सम्मान बढेगा, जोशो खरोश के साथ दिन ब्यतित होगा, भाग्योन्नती के मार्ग में रुकावटों का सामना करना पडेगा, बिद्य¨पार्जन के क्षेत्र में बिशेष लाभ प्राप्त होगा.
कन्या राशि:- आज भाईयों के साथ अनबन की स्थिती रहेगी, धार्मिक कृत्य संपन्न होंगे, चतुराई से लिये गये कदम सफलता दिलायेगी, निवेश के द्वारा लाभ प्राप्ति के योग हैं, माता के द्वारा लाभ मिलेगा.
तुला राशि:- आज संचित धन का सदुपयोग होगा, पैत्रिक संपती के मामले में उन्नती होगी, अडचनों के पश्चात मंजिल प्राप्त किया जा सकता है, दाम्पत्य जीवन में कटुता का योग बनता है, धार्मिक यात्रा के योग बनते हैं.
वृश्चिक राशि:- आज मन में अवसाद का भाव रहेगा, प्रेम प्रणय के क्षेत्र में उन्नती होगी, गुस्से को नियंत्रण में रखना आवश्यक है, संपती संबधी क्षेत्र में रुके हुवे कार्य संपन्न होंगे, मौसमी बिमारी की चपेट में आ सकते हैं.
धनु राशि:- आज अनावशयक खर्च के कारण परेशानी रहेगी, ऋण भार से मुक्ति मिलेगी, धार्मिक गतिविधियों के बीच दिन ब्यतित होगा, प्रेम के मामले में उन्नती होगी, वाहानादि से सावधान रहें, भाग्योन्नती के प्रबल अवसर हैं.
मकर राशि:- आज लाभ के बजाय हानी हाथ लगेगी, संतान को कष्ट सहना पडेगा, पत्नी को शारीरिक कष्ट के योग हैं, आयुष्य लाभ मिलेगा, शत्रु से मित्रता के योग बनते हैं, नौकरी में उन्नती परन्तु कष्टप्रद स्थानांतरण के भे योग हैं.
कुम्भ राशि:- आज नौकरी के क्षेत्र में बदनामी हो सकती है, पिता के द्वारा लाभ प्राप्त होगा, दैनिक रोजगार के क्षेत्र में बिशेष लाभ मिलेंगे, शत्रु के कारण परेशानी बढेगी, अध्ययन के क्षेत्र में लाभ मिलेगा.
मीन राशि:- आज आध्यात्मिक अवनती के योग बनते हैं, पराक्रम के कारण सफलता हाथ लगेगी, चतुराई के कारण ब्यापार में लाभ मिलेगा, दुर्घटना से सावधान रहें, कर्मक्षेत्र में उन्नती के योग बनते हैं.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.