पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी में कांग्रेस की नव गठित कार्यकारिणी को लेकर उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह के भाई व पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने जीतू पटवारी की टीम पर सवाल खड़े कर दिए है. उन्होने कहा कि कांग्रेस कोई प्राइवेट कंपनी नहीं है जो एमडी चाहेगा वह होगा.
पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने आगे कहा कि अध्यक्ष, अध्यक्ष होता है एमडी नहीं. कांग्रेस एक पार्टी व संगठन है इसलिए उनको चाहिए कि बहुत सारे हमारे जैसे लोग कार्यकर्ता हैं, जिनको अभी चांस नहीं मिला. जब हम पीसीसी या जिले की बॉडी का गठन करते हैं तो सब की राय ली जाती है, ऐसा पहले होता था. मैं 1990 में विधायक बना और सन 1972 से मैं कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं. पहले जो नेता रहे श्यामा चरण हों, अर्जुन सिंह हों, मोतीलाल वोरा हों. यह लोग कार्यकर्ताओं से पूछ कर बॉडी बनाते थे, उसका गठन होता था. अब कब तक नुकसान उठाओगे. अब तो राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े स्वयं बोल रहे हैं यह मैं नहीं बोल रहा हूं. वह बोल रहे हैं किए वह वादा करो जो निभा सको. मैं तो शुरू से कह रहा हूं मुझसे सब लोग नाराज रहते हैं. मैं तो पार्टी के हित में बोलता हूं और सबको बोलना चाहिए.
विंध्य के 8 से 10 जिलों से किसी को नहीं लिया गया-
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अजय सिंह ने जो बात कही. वह गलत नहीं कही. विंध्य के 8-10 जिलों से किसी को लिया ही नहीं. रीवा संभाग पूरा छोड़ दिया, कटनी जिला छोड़ दिया. वहां 40-50 सीटें आपने ऐसे ही छोड़ दी. फिर आप सरकार बनाने की बात करते हो. 40-50 सीटों पर आपने किसी को लिया ही नहीं. इस तरह संगठन की सूचियां बनाएंगे तो नुकसान होगा.
भाजपा प्रवक्ता ने एक्स पर शेयर किया वीडियो-
पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह के वीडियों को भाजपा प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने एक्स पर शेयर किया है. वीडियो में लक्ष्मण सिंह कह रहे हैं कि सवाल मेरा नहीं है. सवाल उनका है जो वर्षों से कांग्रेस का काम कर रहे हैं. जिनको सालों तक काम करने का अनुभव है. आज तक हम जिनको कोई चुनाव नहीं लड़ा पाए, हम कोई पद नहीं दे पाए ऐसे बहुत सारे हमारे साथी हैं. पुरुष भी हैं महिलाएं भी हैं.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा था कांग्रेस का भगवान ही मालिक है-
गौरतलब है कि इसके पहले क ांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह राहुल ने पहली लिस्ट जारी होने के बाद कहा था कि जिन नेताओं के कारण एमपी में कांग्रेस का बुरा हाल हुआ. आज भी उनकी चल रही हो तो फिर कोई क्या करें. कांग्रेस का तो भगवान ही मालिक है.
पटवारी की टीम में 335 पदाधिकारी है-
एमपी कांग्रेस की कार्यकारिणी घोषित होने के दो दिन बाद एक और लिस्ट जारी की गई थी. जिसमें 25 सदस्यीय पीएसी सहित 84 सचिव व 36 संयुक्त सचिव नियुक्त किए गए थे. पीएसी में कमलनाथए नकुलनाथ के साथ ही दिग्विजय सिंह को भी शामिल किया गया है. दोनों सूचियों को मिलाकर एमपी कांग्रेस कमेटी में 335 पदाधिकारी हो गए हैं.
6 कांग्रेस नेताओं ने इस्तीफा भी दे दिया-
कार्यकारिणी की घोषणा होने के बाद ही पूर्व विधायक सहित 6 नेताओं ने पद को ठुकरा दिया था. सबसे पहले इंदौर कांग्रेस नेता प्रमोद टंडन ने इस्तीफा पहुंचाया. इसके बाद ही दूसरी सूची के बाद भोपाल कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष मोनू सक्सेना, इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमन बजाज, मुरैना के रामलखन दंडोतिया, रैगांव की पूर्व विधायक कल्पना वर्मा व यासिर हसनत सिद्दिकी ने इस्तीफा दे दिया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-