पलपल संवाददाता, भोपाल. एमपी के उमरिया जिला स्थित बांधवगढ़ नेशनल पार्क में दस हाथियों की मौत को लेकर अब कांग्रेस भी मुखर हो गई है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का आरोप है कि हाथियों को जहर देकर मारा गया है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने क्षेत्र के रिसॉर्ट संचालकों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. वहीं दूसरी ओर हाथियों की मौत के मामले की जांच के लिए दिल्ली से आई टीम बांधवगढ़ में डेरा डाले है. टीम के सदस्य घटना के कारणों की बारीकी से जांच कर रहे हैं.
हाथियों की मौत की खबर के बाद केंद्र सरकार की ओर से वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी) नई दिल्ली ने मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है. इस जांच टीम में पांच अधिकारी शामिल किए गए हैं( जो जॉइंट डायरेक्टर डॉ कृपाशंकर के नेतृत्व में बांधवगढ़ पहुंचे हैं. पांच दिन से इस टीम के चार सदस्य बांधवगढ़ में ही रुककर जांच कर रहे हैं. यह टीम पता कर रही है कि कहीं हाथियों को जहर देकर तो नहीं मारा गया है. कमलनाथ ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क में 10 हाथियों की मृत्यु को करीब एक सप्ताह बीत चुका है लेकिन दोषियों को पकडऩा तो दूर मध्यप्रदेश सरकार अब तक हाथियों की मृत्यु के कारण को भी स्पष्ट नहीं कर सकी है. यह अत्यंत चिंता का विषय है.
कमलनाथ ने आगे कहा कि एक तरफ तो वन्य जीवों का जीवन खतरे में है दूसरी ओर यह भी दिखाई देता है कि मध्यप्रदेश का वन विभाग वन्य प्राणियों की रक्षा करने में पूरी तरह असमर्थ है. प्रदेश की जांच एजेंसियां या तो पूरी तरह अकर्मण्य हैं या फिर उनके पास इतनी सुविधा ही नहीं है कि वे हाथियों की मृत्यु की उचित जांच कर सकें. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि हाथियों को जहर दिया गया. मौत का कोई अभियुक्त है तो वो सरकार और वन विभाग है. हाथियों की इसके अलावा भी और मौत होती रहती हैं जो पता नहीं चलती. वन्यजीवों को लेकर सरकार सिर्फ बजट पास करती है और उसका करप्शन करती है.
वनमंत्री चुनाव में व्यस्त है, इस्तीफा दें-
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि इसमें वन मंत्री का भी इस्तीफा लिया जाना चाहिए. वे उधर चुनाव में व्यस्त हैं इधर हाथियों की हत्या हो रही है. भारतीय जनता पार्टी का जो पाखंड है इसे जनता समझे. अगर ये इस्तीफा नहीं लेंगे तो विजयपुर की जनता व कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता उनको पद से हटा देगा. विधायक ही नहीं रहेंगे तब तो हटाएंगे कि नहीं हटाएंगे. श्री पटवारी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव से मेरा आग्रह है कि आप वन मंत्री का इस्तीफा लें, क्योंकि हाथियों की हत्या हुई है. या हम इनको चुनाव में 13 तारीख को वोट डाल के 23 तारीख को हटा देंगे.
हाथियों की मॉनिटरिंग के लिए अलग टीम-
अपर मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल कृष्णमूर्ति का कहना है कि टाइगर रिजर्व में 6 विशेष दल बनाकर स्वस्थ हाथियों की मॉनिटरिंग की जा रही है. खितौली रेंज के बगदरा बीट में रेस्क्यू किए गए हाथी की वन्य-प्राणी चिकित्सकों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. कृष्णमूर्ति ने बताया कि मानव-हाथी द्वंद्व एवं वन्य-प्राणी प्रबंधन के लिए हाथियों के मूवमेंट क्षेत्रों से लगे गांवों में मुनादी कराई जा रही है. साथ ही प्रबंधन को मजबूत करने के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मुख्य वन संरक्षक शहडोल द्वारा 35 स्टाफ कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-