जबलपुर. रेलवे में श्रमिक संगठनों की मान्यता के लिए आगामी 4 से 6 दिसम्बर तक होने वाले मतदान के लिए प्रचार-प्रसार ने जोर पकड़ लिया है. पश्चिम मध्य रेलवे में वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन (डबलूसीआरईयू) ने रेल कर्मचारियों के बीच पहुंचकर उनसे लेम्प चुनाव चिन्ह पर वोट देने के लिए संपर्क कर रही है. यूनियन को रेल कर्मचारियों का भरपूर समर्थन भी हासिल हो रहा है.
डबलूसीआरईयू महामंत्री का. मुकेश गालव के नेतृत्व में मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, पूर्व मंडल सचिव नवीन लिटोरिया, सिंटू सिंह सहित बड़ी संख्या में यूनियन के अनेक पदाधिकारियों द्वारा आज सोमवार 11 अक्टूबर को पश्चिम मध्य रेलवे मुख्यालय के सभी विभागों में कर्मचारियों के बीच पहुंचकर समर्थन की अपील की. इस मौके पर कर्मचारियों ने अपना मत लेम्प पर देने का समर्थन व्यक्त किया.
डबलूसीआरईयू नंबर वन यूनियन इसलिए है
इस मौके पर महामंत्री का. मुकेश गालव ने कर्मचारियों से कहा कि यूनियन पमरे की नंबर वन यूनियन कर्मचारियों के विश्वास के कारण है और आगामी 4, 5 व 6 दिसम्बर को होने वाले मतदान में भी उसे कर्मचारियों का विश्वास हासिल होगा और फिर से नंबर वन यूनियन बनेगी. उन्होंने कहा कि यूनियन का एक-एक कॉमरेड सिर्फ चुनाव के समय नहीं, बल्कि हर समय, चाहे दिन हो या रात कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए कृत संकल्पित रहता है. हम (यूनियन) का कोई निजी हित नहीं है, उसका हित सिर्फ और सिर्फ एक-एक कर्मचारियों की सभी जायज मांगों का समय पर निराकरण हो और कार्यस्थल पर उन्हें बेहतर कार्य माहौल उपलब्ध हो.
ओपीएस के लिए संघर्ष जारी रहेगा
कर्मचारियों से संपर्क के दौरान महामंत्री कामरेड मुकेश गालव ने कहा कि डबलूसीआरईयू/एआईआरएफ ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी. एआईआरएफ-यूनियन के संघर्ष का परिणाम है कि एनपीएस की जगह केंद्र् सरकार यूपीएस लेकर आयी है, लेकिन हमारा संघर्ष ओपीएस लागू होने तक जारी रहेगा.
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