अहमदाबाद. तकनीकी ज्ञान के क्षेत्र में नित नई संभावनाओं व अनुसंधान को लेकर सूचनाओं के आदान-प्रदान और ज्ञान के समन्वय व सहयोग के लिए देश की प्रतिष्ठित श्री श्री रविशंकर यूनिवर्सिटी एवं गुजरात के प्रख्यात नर नारायण शास्त्री इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के बीच आपसी सहयोग का एमओयू किया गया है.
एमओयू संबंधी कार्य को श्री श्री रविशंकर एवं नर नारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी के शास्त्री पुरुषोत्तम प्रकाश स्वामी के द्वारा संपन्न किया गया. इस दौरान नर नारायण शास्त्री संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट धर्मेश वंडरा एवं श्री श्री रविशंकर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर तेज प्रताप मौजूद रहे. देश के प्रतिष्ठित दोनों संस्थाओं के बीच हुए एमओयू के माध्यम से अब फॉरेंसिक साइंस एवं साइबर सिक्योरिटी संबंधी अध्ययन को लेकर आपसे आदान-प्रदान से नवीन अनुसंधान और नवाचारों को लेकर आपसी समन्वय व सहयोग के क्षेत्र में कार्य प्रगति होगी.
इसके तहत दोनों संस्थाओं की गतिविधियों के अंतर्गत रिसर्च, फैकल्टी एक्सचेंज, वर्कशॉप एवं कॉन्फ्रेंस आयोजन आदि विभिन्न कार्यक्रमों में सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा.
नर नारायण शास्त्री इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के निदेशक संजय शर्मा ने बताया कि फॉरेंसिक साइंस एवं डिजिटल साइबर से संबंधित गतिविधियां वर्तमान में तेजी से विकसित होता हुआ नया शिक्षा क्षेत्र है जहां पर अध्ययन की अनंत संभावनाएं हैं और यह समाज और राष्ट्र के हित में भी है, जिससे नवीनतम तकनीकी सुविधाओं के माध्यम से अपराधों पर नियंत्रण में भी मदद मिल सकती है.
ध्यान रहे, देश और गुजरात में तकनीकी शिक्षा के अग्रणी केंद्र नर नारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के माध्यम से नवाचारों के उपयोग एवं प्रचार-प्रसार के साथ तकनीकी ज्ञान, कार्य प्रणाली में गतिशीलता, नैतिक मूल्य व ज्ञान के व्यापक प्रचार हेतु प्रभावी कार्य किया जा रहा है.
संस्थान अध्ययनरत विद्यार्थियों को शैक्षिक मार्गदर्शन के साथ व्यक्तित्व विकास हेतु भी प्रेरित करता है तथा इससे संबंधित विभिन्न गतिविधियों का समय समय पर आयोजन किया जाता है.
संस्थान में संचालित फॉरेंसिक साइंस एवं साइबर सिक्योरिटी संबंधी अध्ययन के तहत अपराध व्यवस्था के अध्ययन, उसकी समझ, रोकथाम और अपराधों से संबंधित गतिविधियों का पता लगाने के लिए भी सतत कार्यक्रम का संचालन होता है.
इंस्टीट्यूट में सुविधायुक्त लैब, नेटवर्किंग, क्रिएटिव गतिविधियों के आयोजन की संभावना के साथ सक्षम, योग्य और कुशल फैकल्टी की व्यवस्था उपलब्ध है, जिससे संस्थान को बेहतर परिणाम नियमित रूप से मिलते हैं.
देश में गांधीनगर स्थित नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी वर्तमान में फॉरेंसिक साइंस से संबंधित विभिन्न शाखाओं से संबंधित अध्ययन व्यवस्थाएं संपन्न करवा रही है और यह संस्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित माना जाता है, संभावना है कि अगले शैक्षिक सत्र से जयपुर में भी इस संस्थान के तत्वावधान में फॉरेंसिक साइंस से संबंधित अध्ययन व्यवस्थाएं प्रारंभ हो सकती हैं!
श्री श्री रविशंकर यूनिवर्सिटी एवं नर नारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट में एमओयू, अगले सत्र से जयपुर में फोरेंसिक साइंस एजुकेशन
प्रेषित समय :22:01:41 PM / Wed, Nov 13th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर