हावड़ा. गीतांजलि एक्सप्रेस के लेट होने से दूल्हे की शादी पर संकट, लेकिन रेलवे ने अनोखे तरीके से मदद की और उसे समय पर पहुँचाया. ट्विटर पर गुहार लगाने के बाद रेलवे ने दूल्हे और उसके परिवार के लिए कनेक्टिंग ट्रेन रोकी और शादी बचाई.
चंद्रशेखर वाग़ नाम के एक युवक अपने रिश्तेदारों के साथ मुंबई से गुवाहाटी गीतांजलि एक्सप्रेस से जा रहे थे. वहीं उनकी शादी होनी थी. उनके साथ 34 लोग और भी थे. लेकिन, ट्रेन 3-4 घंटे लेट हो गई. इससे उन्हें कोलकाता के हावड़ा स्टेशन से अपनी कनेक्टिंग ट्रेन सरायघाट एक्सप्रेस पकड़ने की उम्मीद नहीं थी. इससे वाग़ चिंतित हो गए.
चंद्रशेखर वाग़ ने अपनी बेबसी ज़ाहिर करते हुए एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट डाली. उन्होंने बताया कि उनके साथ 34 लोग हैं, जिनमें बुजुर्ग भी शामिल हैं, और इतने सारे लोगों के लिए दूसरा यात्रा विकल्प ढूंढना मुश्किल है. पोस्ट में रेल मंत्री को भी टैग किया गया था. यह ट्वीट काम कर गया. पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक के निर्देश पर, हावड़ा के मंडल रेल प्रबंधक और वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक ने दूल्हे को समय पर शादी के स्थान पर पहुँचाने के लिए प्रयास शुरू किए.
सरायघाट एक्सप्रेस को हावड़ा में कुछ देर रोक दिया गया. साथ ही, गीतांजलि एक्सप्रेस के पायलट को स्थिति से अवगत कराया गया और उसे तेजी से पहुँचने का निर्देश दिया गया. रेलवे ने गीतांजलि एक्सप्रेस को बिना किसी और देरी के अपने गंतव्य तक पहुँचने के लिए सभी व्यवस्थाएं कीं.
इसके अलावा, हावड़ा के स्टेशन कर्मचारियों ने यात्रियों और उनके सामान को प्लेटफॉर्म 21 से प्लेटफार्म 9 तक जल्दी से स्थानांतरित करने की व्यवस्था की, जहाँ सरायघाट एक्सप्रेस रुकी हुई थी. गीतांजलि एक्सप्रेस अपने संशोधित समय से पहले हावड़ा पहुँच गई. रेलवे कर्मचारियों ने सुनिश्चित किया कि आते ही 35 सदस्य कुछ ही मिनटों में सरायघाट एक्सप्रेस में सवार हो जाएं. वाग़ ने धन्यवाद देते हुए कहा कि रेलवे ने सिफऱ् एक सेवा ही नहीं, बल्कि एक दयालु काम किया है.
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