पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित हाथीताल कालोनी गोरखपुर में रहने वाली महिला अर्चना शर्मा से बेटे सिद्धार्थ का मेडिकल कालेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर सानू बंसल वर्मा व उसके साथियों ने 54 लाख रुपए हड़प लिए. जब बेटे का एडमिशन नही हुआ तो महिला ने थाना में शिकायत दर्ज कराई. जिसपर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार अर्चना शर्मा निवासी रेलवे क्रासिंग के पास हाथीताल कालोनी गोरखपुर के मोबाइल पर फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम सानू बंसल वर्मा निवासी मुम्बई बताते हुए कहा कि वह पैसीफिक एजुकेशन मुंबई में कार्यरत् है. मेडीकल पीजी एडमीशन हेतु सशुल्क गाइडेंस देता है. इसके बाद 18 सितंबर को उसने व्हाट्सएप पर कंाटेक्ट कर उपलब्ध सीटों की लिस्ट तथा देश के विभिन्न प्राइवेट मेडीकल कलेज की फीस के बारे में जानकारी दी. अर्चना के बेटे सिध्दार्थ शर्मा का नीट पीजी 2023 में क्वालीफाई हो गया, तब सानू बंसल ने पुन: व्हाट्सएप पर संपर्क कर बताया कि एडमीशन हेतु सीटें खाली है. एडमीशन की काफी संभावना है, फिर ऐसा अवसर नहीं मिलेगा . बेटे के नीट पीजी 2023 मे क्वालीफाईड होने की पूरी जानकारी सानू बंसल को थी, उसने अनेक कलेजों की फीस तथा सीट उपलब्धता के बारे में बताया, नीट पीजी में जो प्रक्रिया होती है उसी आधार पर वह उससे बात करता रहा. इसके बाद अर्चना ने अपने बजट के अनुकूल तथा भाषा की अनुकूलता के आधार पर देहरादून के प्राईवेट मेडिकल कालेज, हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीकल साइंस की मेडीसिन सीट हेतु गाइडेंस मांगी .
तो सानू ने इस कलेज की फीस 26 लाख रूपये प्रति वर्ष बताई तथा कालेज लेवल काउंसलिंग जो अंत में सीट खाली रहती है, उस हेतु जानकारी दी तथा रजिस्ट्रेशन हेतु 99 हजार रूपये पैसीफिक एजुकेशन हेतु 08 अक्टूबर 2023 को जमा कराये . इसके बाद सानू बंसल वर्मा ने 1 दिसम्बर तक करीब 54 लाख रुपए जमा करा लिए. इसके बाद जब एडमिशन के संबंध में चर्चा की तो कहा शासकीय संस्था नेशनल मेडीकल काउंसिल एप्रूव होने पर एडमीशन की लिस्ट नेशनल मेडीकल कॉंिसल की वैबसाईट पर अपलोड होगी . आपकों सूचना दी जाएगी, काउंसलिंग हेतु देहरादून आना पड़ेगा. इसके बाद सानू बंसल वर्मा बार-बार तारीख बढ़ाकर आगे आने हेतु सूचना देने की बात करता रहा. नेशनल मेडिकल कौंसिल द्वारा निर्धारित अंतिम तारीख 30 नवम्बर 2023 तक एडमीशन सूचना नहीं आई तो सानू बंसल से बात करने पर हर बार किसी न किसी व्यक्ति को इंस्टीट्यूट का अधिकारी बताकर हमसे बात कराकर हमारी बातो को टालता रहता था . जिससे बात कराता था वे लोग कहते थे कि कुछ समय और लगेगा तथा नेशनल मेडिकल कौंसिल द्वारा वैधानिक रूप से रैग्यूलर एडमीशन होगा. जब एडमिशन नहीं हुआ तो रुपए वापस मांगे इसके बाद से ही सानू ने मोबाइल फोन बंद कर लिया. अर्चना शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने सानू बंसल वर्मा, विवेक कुमार शुक्ला एवं अन्य साथियो के विरुध्द थाना गोरखपुर में शिकायत की, जिसपर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया. दिनंाक 16-11-24 को धारा 420,120बी भादवि का अपराध करना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-