हरियाणा: श्रद्धालुओं की बस में भीषण अग्निकांड, डेरा राधा स्वामी में सत्संग सुनने जा रहे थे 61 लोग

हरियाणा: श्रद्धालुओं की बस में भीषण अग्निकांड

प्रेषित समय :14:17:29 PM / Sun, Dec 1st, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

फतेहाबाद. हरियाणा के फतेहाबाद में रविवार तड़के भीषण अग्निकांड हुआ. 60 श्रद्धालुओं से भरी बस में भीषण आग लग गई. बस से धुआं निकलते देखकर सवारियों में चीख पुकार मच गई. गनीमत रही कि ड्राइवर ने धुंआ निकलते देखते ही बस सड़क किनारे लगा दी और सवारियों को उतार दिया. इसके बाद पूरी बस आग की लपटों से घिर गई और देखते ही देखते बस जलकर रख हो गई.

आग की विकराल लपटें देखकर सवारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है, क्योंकि अगर जरा-सी देर हो जाती है तो वे सारे जिंदा जलकर मारे जाते, लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से उनकी जान बच गई. सभी ने जान बचाने के लिए ड्राइवर का आभार जताया. पुलिस ने मौके पर आकर स्थिति को संभाला.

हाईवे पर होटल के बाहर हुआ हादसा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बस में हिसार के आजाद नगर निवासी बैठे थे, जो सिरसा में सिकंदरपुर स्थित राधा स्वामी डेरे में जा रहे थे. वहां रविवार को सत्संग समारोह था, लेकिन फतेहाबाद के गांव बड़ोपल और गांव धांगड़ के बीच हाईवे पर बने होटल कमल कीकू के पास हादसे का शिकार हो गई. बस के पिछले पहिए से अचानक धुआं निकलने लगा. ड्राइवर को राहगीरों ने धुंआ निकलने के बारे में बताया. जैसे ही उसे पता चला, उसने सब सड़क किनारे लगा दी. सभी सवारियों को एक-एक करके नीचे उतारा. इस रेस्क्यू ने सभी सवारियों ने एक दूसरे की मदद की. हड़बड़ाहट में यात्रियों का सामान अंदर ही रह गया. इसके बाद बस ने आग पकड़ ली और बस जलने लगी. विकराल लपटों से घिरी बस देखकर सवारियां डर गईं.

फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले बस राख

सवारियों ने बताया कि ड्राइवर ने फायर ब्रिगेड को फोन करके आग लगने की सूचना दी. स्थानीय पुलिस को भी आग लगने के बारे में बताया गया. जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन फायर ब्रिगेड को पहुंचने में देरी हो गई. दमकल वाहनों के आने तक बस जलकर राख हो चुकी थी. फायर ब्रिगेड की देरी पर सवारियों ने नाराजगी जताई, लेकिन पुलिस ने किसी तरह समझाकर उन्हें शांत किया. साथ ही लोकल ट्रैवलिंग एजेंसी की बस बुलाकर सवारियों को उसमें बिठाकर सिरसा के लिए रवाना किया. सवारियों ने बताया कि राधा स्वामी डेरा सिकंदरपुर, सिरसा में 30 नवंबर और 1 दिसंबर को सालाना सत्संग और भंडारा होता है. इसी में शामिल होने के लिए वे देर रात निकले थे कि हादसा हो गया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-