संभल. यूपी के संभल में हुए बवाल के दौरान मारे गए लोगोंं के परजिनों से मिलने के लिए कांग्रेस वरिष्ठ नेता व रायबरेली से सांसद राहुल गांधी संभल जाने के लिए निकल चुके हैं, लेकिन उनके काफिले को गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया गया. राहुल और प्रियंका गांधी के काफिले को रोके जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई. वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकरी से राहुल गांधी ने सर्फ 4 लोगों के संभल जाने की इजाजत मांगी है. प्रसाशन के जवाब का इंतजार किया जा है. इसके बाद राहुल और प्रियंका अपनी गाड़ी में बैठ गए. फिलहाल अनिश्चितता बनी हुई है.
पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड की वजह से गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैफिक जाम है. साथ ही साथ भारी पुलिस बल की तैनाती है. प्रशासन ने संभल के आसपास के चार जिलों, बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को अलर्ट पर रखा है. वहां के अधिकारियों को राहुल गांधी और उनके साथ आने वाले नेताओं को अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने को कहा है.
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा, सरकार हमें क्यों रोक रही है? वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें किस बात का डर है? विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें यह देखने का अधिकार है कि देश में क्या चल रहा है. संभल में जो घटना हुई वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. लोगों की हत्या हुई है, कौन जिम्मेदार है? अगर नेता प्रतिपक्ष मौके पर नहीं जाएंगे तो वह इस मुद्दे को संसद में कैसे रखेंगे? हम संभल के हालात देखना चाहते हैं लेकिन सरकार हमें क्यों रोक रही है? क्या यह तानाशाही नहीं है? राहुल गांधी जरूर संभल जाएंगे और पीडि़त परिवारों से मिलेंगे और उनकी आवाज उठाएंगे.
बता दें, करीब दस दिन पहले रविवार को जामा मस्जिद में हो रहे सर्वे के दौरान बवाल हो गया था. जहां भीड़ में शामिल उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव फायरिंग कर दी थी. ऐसे में चार लोगों की मौत हो गई थी. इस बवाल के दौरान क्षेत्र की इंटरनेट व्यवस्था को भी बंद करा दिया गया था, जिससे अफवाहों को फैलने से रोका जा सके. वहीं दूसरी तरफ बाहरी व्यक्तियों के शहर में आने पर पाबंदी लगा दी गई थी और इसके लिए जिले की सीमाओं को सील कर पुलिस प्रशासन की ओर से चौकसी बढ़ा दी गई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-