नाम: पुष्पा 2
कलाकार : अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, फहाद फासिल
निर्देशक : सुकुमार
निर्माता : लेखक :
प्लेटफॉर्म : सिनेमाघर
भाषा : तेलुगु, तमिल, हिंदी, कन्नड़, मलयालम
अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) स्टारर मोस्ट अवेटेड मूवी पुष्पा 2 सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फैंस में पुष्पा-द रूल को लेकर जबरदस्त क्रेज नजर आ रहा है। रश्मिका मंदाना अच्छी हैं. लेकिन पूरी फिल्म में अल्लू अर्जुन से नज़र नहीं हटती. साउथ की फिल्मों से अक्सर ये शिकायत रहती हैं कि इन फिल्मों में महिलाओं का सम्मान नहीं किया जाता, लेकिन अल्लू अर्जुन और सुकुमार ने मुझे सरप्राइज किया है. अल्लू अर्जुन ने वो हिम्मत दिखाई. इस फिल्म में जिस तरह से महिलाओं को सम्मान दिया गया है, मुझे लगता है हर साउथ के फिल्म मेकर्स को इससे सीखना चाहिए.
कहानी- लाल चंदन की बड़े स्तर पर तस्करी कर लेबर यूनियन सिंडिकेट के अध्यक्ष पद पर पुष्पाराज (अल्लू अर्जुन) 3 साल पुष्पा-द राइज में ही बैठ गया था और उसने अपनी प्रेमिका श्रीवल्ली (रश्मिका मंदाना) से शादी कर हैप्पी एंडिंग की। लेकिन उस दौरान उसका नया दुश्मन इंस्पेक्टर भवंर सिंह शेखावत (फहाद फासिल) भी तैयार हो गया है और पुष्पा 2 में इसी बदले की कहानी को दिखाया गया है। पूरी फिल्म में मास-मसाला एक्शन के तौर पर अल्लू अर्जुन ने अपना जलवा बिखेरा है। भवंर सिंह शेखावत के अलावा जॉली रेड्डी (धनंजय) भी पुष्पा से अपना पुराना हिसाब चुक्ता करने के लिए षडयंत्र रचता है।
इस बार लाल चंदन की कालाबाजारी नेशनल नहीं, इंटरनेशनल लेवल पर देखने को मिलती है, जो कहानी में एक यूएसपी (USP) के तौर पर काम करती है। कुल मिलाकर कहा जाए तो 3 घंटे से ऊपर की पुष्पा 2 एक फुलऑन एंटरटेनिंग मूवी है, जो थिएटर्स में आपका पैसा वूसला करेगी। पुष्पा 2 के जरिए एक बार फिर से सुकुमार ने ये साबित कर दिया है कि ऐसे ही उनको साउथ सिनेमा का दिग्गज फिल्ममेकर नहीं कहा जाता है। सीक्वल के आधार पर उन्होंने पुष्पा 2 के कंटेंट की नब्ज को बखूबी समझा है, जिसकी वजह से लंबी फिल्म होने के बाद भी ये आपको बोर नहीं करेगी।
इसके अलावा सिनेमैटोग्राफी और वीएफएक्स (VFX) भी आपको काफी इंप्रेस करेंगे। दूसरी ओर पुष्पा 1 की तरफ 2 में भी डीएसपी के धमाकेदार म्यूजिक और गीत मूड को फ्रेस कर देंगे। इतना ही नहीं इस बार भी सोशल मीडिया पर पुष्पा के दमदार डायलॉग्स भी खूब वायरल होने वाले हैं।
पुष्पा 2 में अल्लू अर्जुन ने एक बार फिर से अपनी शानदार छाप छोड़ी है। इसके अलावा श्रीवल्ली के किरदार में रश्मिका मंदाना ने भी अपना कमाल दिखाया है। जबकि दूसरी ओर खलनायक की भूमिकाओं में फहाद फासिल, धनंजय और जगपति बापू ने अभिनय के मामले में अपना-अपना सौ प्रतिशत दिया है। इस फिल्म में पुष्पा के बारे में जो बात सबसे अच्छी लगी वो है उसकी पत्नी और बाकी महिलाओं के लिए सम्मान. पुष्पा 2 का ये हीरो महिलाओं के सामने आंसू बहाने को अपनी कमजोरी नहीं समझता, कभी-कभी वो बैकफुट पर जाकर अपनी बीवी को अपने पक्ष में बोलने का मौका देता है. उसके लिए जितनी खुद की खुशी जरूरी है, उतनी ही बीवी की भी. देखने के लिए ये बहुत छोटे से सीन हैं. लेकिन ये साउथ सिनेमा की बदली हुई सोच दिखाता है और ये बदलाव अच्छा लगता है.
डबिंग और म्यूजिक- पुष्पा 2 की और एक खास बात है इस फिल्म की डबिंग और बैकग्राउंड म्यूजिक. श्रेयस तलपड़े की आवाज पुष्पा के किरदार को पूरा न्याय देती हैं. फिल्म के गाने याद नहीं रहते. लेकिन बैकग्राउंड म्यूजिक पर खास मेहनत की गई है. जहां बैकग्राउंड में हिंदी म्यूजिक की जरूरत थी, वहां हिंदी म्यूजिक लगाया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-