कोच्चि. केरल हाईकोर्ट ने शनिवार को राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) में उपलब्ध खर्च करने योग्य पैसे की जानकारी नहीं देने पर राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई. इस पर भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि एलडीएफ-यूडीएफ एक्सपोज हो गए हैं.
जस्टिस ए.के. जयशंकरन नांबियार और जस्टिस सी.पी. मोहम्मद नियास की खंडपीठ ने 30 जुलाई को वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन से जुड़े मामले में सुनवाई की. कोर्ट ने सवाल उठाया कि पैसे जारी करने में देरी क्यों की जा रही है?
हाईकोर्ट ने पूछा- किसे बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं?
पीठ ने कहा कि केंद्र से सहायता मांगते समय राज्य सरकार को सटीक आंकड़े उपलब्ध कराने चाहिए. कोर्ट में एसडीआरएफ के वित्त अधिकारी पेश हुए. उन्होंने बताया कि फंड में 677 करोड़ रुपए हैं. हालांकि, जब पीठ ने खर्च की जाने वाली राशि के बारे में पूछा तो अधिकारी स्पष्ट जवाब नहीं दे सके.
पीठ ने वित्त अधिकारी से कहा, आपको यकीन नहीं है कि एसडीआरएफ खाते में 677 करोड़ रुपये हैं. इसलिए, आपने बार-बार तत्काल धनराशि का अनुरोध किया. आपने 214 करोड़ रुपए की तत्काल सहायता मांगी. आपको यह आंकड़ा कहां से मिला? यदि आप खर्च की जानकारी नहीं दे सकते तो हम कैसे दावा कर सकते हैं कि केंद्र सरकार से कोई धनराशि नहीं मिली है? यदि विधानसभा में केंद्र से पैसे नहीं मिलने के बारे में चर्चा हो रही है तो आप किसे बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रकाश जावड़ेकर बोले- एक्सपोज हो गए रुष्ठस्न-ष्ठस्न
कोर्ट द्वारा राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाए जाने के बाद भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने भी मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर निशाना साधा. एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार से मिले पैसे का इस्तेमाल नहीं कर रही है.
जावड़ेकर ने लिखा, एलडीएफ-यूडीएफ गठबंधन को वायनाड राहत के बारे में उनके झूठ के कारण हाईकोर्ट में बेनकाब किया गया. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और रेगुलेटरी पैकेज के माध्यम से केरल को पर्याप्त पैसे दिए हैं. आगे और भी सहायता दी जाएगी. पिनाराई सरकार उपलब्ध धनराशि पर बैठी है और केंद्र को दोषी ठहरा रही है. केंद्र सरकार ने पीड़ितों की मदद के लिए एसडीआरएफ के माध्यम से 500 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि दी है. इसमें पहले से ही लगभग 700 करोड़ रुपए की धनराशि उपलब्ध है. राज्य सरकार आपदा कोष में मौजूद 700 करोड़ रुपए का इस्तेमाल नहीं कर सकी. दुनिया भर के लोगों ने सीएम रिलीफ फंड में दान दिया है. इसका भी इस्तेमाल नहीं किया गया. यह एलडीएफ और यूडीएफ का पाखंड है और उनके झूठे प्रचार का पर्दाफाश हो गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-