बीमा क्लेम पाने भिखारी को पिलाई शराब, फिर सड़क पर लिटाकर चढ़ा दिया ट्रक, अंधे हत्याकांड का खुलासा

बीमा क्लेम पाने भिखारी को पिलाई शराब,फिर सड़क पर लिटाकर चढ़ा दिया ट्रक

प्रेषित समय :16:23:54 PM / Sun, Dec 8th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

बांसवाड़ा. राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक शख्स ने कर्ज उतारने के लिए जो कांड किया, उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. कर्ज में डूबे शख्स ने बीमा क्लेम पाने के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर एक भिखारी का मर्डर कर दिया. इसके बाद आरोपी ने अपने दस्तावेज शव के पास रख खुद को मृत घोषित कर बीमा क्लेम पाने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने पूरा मामला उजागर कर दिया. आरोपी के दो सहयोगी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. मुख्य आरोपी फरार है. कुछ दिन पहले पुलिस को ट्रक से कुचला हुआ शव मिला था. शव के पास मिले दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने परिजनों को सूचना दी थी. लेकिन परिजनों ने बताया कि ये शव उनके घर के सदस्य का नहीं है. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के एक दोस्त से पूछताछ की तो पूरा भेद खुल गया.

परिजनों ने शिनाख्त से किया था इनकार

बांसवाड़ा के एसपी हर्षवर्धन ने वारदात की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि सल्लोपाठ थाने इलाके में नेशनल हाईवे-56 पर अज्ञात बॉडी मिली थी. सिर किसी वाहन से कुचला गया था. जिसकी पहचान करना मुश्किल था. शव के पास बैग में दस्तावेज मिले थे. ये अजमेर के गांव गुवारड़ी के रहने वाले नरेंद्र सिंह रावत के नाम से थे. पुलिस ने शव मोर्चरी में भिजवा परिजनों को शिनाख्त के लिए बुलाया था. लेकिन परिजनों ने खुलासा किया कि शव नरेंद्र सिंह का नहीं है. जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज की थी.

पुलिस नरेंद्र सिंह के साथी ड्राइवर रहे भेरूलाल तक पहुंची थी. शुरू में तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन सख्ती करने पर आरोपी ने राज खोल दिया. भेरू ने खुलासा किया कि ये शव रामदेवरा में भीख मांगने वाले रामगंजमंडी कोटा के रहने वाले तूफान सिंह का है. नरेंद्र के कहने पर उसे ट्रक से इब्राहिम खान नाम के ड्राइवर ने कुचला था. उसे भी अरेस्ट कर लिया गया है. भेरू ने खुलासा किया कि नरेंद्र सिंह कर्ज में डूब गया था. उसने कई बीमा पॉलिसियां करवा रखी थीं. वह खुद को मृत घोषित कर बीमा क्लेम हासिल करना चाहता था ताकि कर्ज उतार सके. उन दोनों ने प्लान बनाया कि किसी को हादसे में मार लाश के पास अपने दस्तावेज रख देते हैं.

तीनों के बीच तय हुई थी डील

इसके बाद साजिश के तहत इब्राहिम खान को शामिल किया गया. उन लोगों को पता था कि तूफान सिंह के पास कोई दस्तावेज नहीं है. इसलिए नौकरी का झांसा देकर उसे हाईवे पर लाए. तूफान सिंह को जमकर शराब पिलाई. इसके बाद बांसवाड़ा से 30 किलोमीटर दूर कालिंजर के पास ले गए. जहां तूफान सिंह को सड़क पर लिटाया. तभी इब्राहिम सीमेंट से भरा ट्रक लेकर आया और उसके सिर के ऊपर से गुजार दिया. उन लोगों ने लाश के पास दस्तावेज रखे और फरार हो गए. राजस्थान पुलिस के अनुसार भेरूलाल चित्तौडग़ढ़ जिले के गरदाना, इब्राहिम खान आकोला खुर्द गांव का रहने वाला है. नरेंद्र ने भेरूलाल को 85 हजार और इब्राहिम को 65 हजार रुपये देने का वादा किया था.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-