वाराणसी/नागौर. वाराणसी में लुटेरी दुल्हन और उसके गिरोह ने एक और शिकार बनाया. राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले घनश्याम शादी का सपना लेकर बनारस पहुंचे थे. वहां उन्होंने विधि-विधान से शादी की, लेकिन उनकी खुशी ज्यादा समय तक नहीं टिक सकी. स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करते वक्त वह फ्रेश होने का बहाना बनाकर गायब हो गई. इस घटना के बाद घनश्याम को एहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो गए हैं. उधर दूल्हे के दोस्तों ने नागौर में सुहागरात के लिए कमरा सजा दिया था.
पुलिस ने निकाल दी दुल्हन की सारी हेकड़ी
घनश्याम ने वाराणसी के लंका थाने में शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की. छानबीन के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि यह एक संगठित गिरोह का काम है, जो शादी का झांसा देकर लोगों को ठगता है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नगवा इलाके और सामने घाट पर दबिश दी और लुटेरी दुल्हन संगीता समेत गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया.
वाराणसी बुलाती दुल्हन और फिर कर जाती कांड
गिरोह का मास्टरमाइंड सुमेर सिंह राजस्थान के उन पुरुषों को निशाना बनाता था, जो शादी के लिए तैयार होते थे. सुमेर उन्हें वाराणसी बुलाकर शादी के लिए लड़की दिखाने की बात करता और शादी कराने के लिए मोटी रकम वसूलता. शादी के बाद दुल्हन, गिरोह के अन्य सदस्यों की मदद से भाग जाती थी. घनश्याम के मामले में, गिरोह ने शादी का पूरा कार्यक्रम आयोजित किया और इसके बदले 1.17 लाख रुपये लिए.
बड़े खतरनाक थे इस दुल्हन के काले कारमाने
पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह अब तक आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को ठग चुका है. शादी के बाद दुल्हन गहने और सामान लेकर भाग जाती थी. गिरोह के सदस्य ठगी की रकम आपस में बांट लेते थे. पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. यह घटना न केवल घनश्याम के लिए एक बड़ी सीख है, बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी है. ऐसे गिरोह शादी के नाम पर ठगी कर रहे हैं, और सतर्कता ही इनसे बचने का एकमात्र उपाय है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-