नई दिल्ली. बाबा साहब भीमराव अम्बेडर पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमितत शाह द्वारा की गई टिप्पणी पर संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला. टिप्पणी के विरोध में विपक्षी सांसद मकर द्वार पर चढ़ गए. वही एक अन्य घटनाक्रम में भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी द्वारा एक सांसद को धक्का देने के बाद वह घायल हो गए, जो उन्हें अपने साथ ले जा रहे थे और गिर गए.
एक राष्ट्र एक चुनाव, विधेयक पर जेपीसी का आज को औपचारिक रूप से गठन होने की उम्मीद थी. सरकार इस संबंध में प्रस्ताव पेश करने वाली थी. भाजपा के अनुराग ठाकुर व कांग्रेस की प्रियंका गांधी जैसे दिग्गज इस समिति का हिस्सा होंगे. राज्यसभा के दस सदस्य भी विचार-विमर्श में शामिल होंगे. कांग्रेस ने अमित शाह के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करने की योजना बनाई, उनके इस्तीफे और माफी की मांग की.
पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खडग़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि अगर वह डॉ अंबेडकर का सम्मान करते हैं तो उन्हें आधी रात तक गृह मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए. वहीं संसद में घायल हुए भाजपा सांसद मुकेश राजपूत व प्रताप सारंगी को चोटों के कारण दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने भी बाद में आरोप लगाया कि उन्हें शारीरिक रूप से धक्का दिया गया था.
खडग़े ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे एक पत्र में कहा कि आज सुबह भारतीय पार्टी के सांसदों ने डॉ अंबेडकर की प्रतिमा, प्रेरणा स्थल से मकर द्वार तक मार्च निकाला. यह 17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में अपने भाषण में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा डा अंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में था. जब मैं आईडीएनआईए पार्टियों के सांसदों के साथ मकर द्वार पहुंचा तो मुझे भाजपा सांसदों ने शारीरिक रूप से धक्का दिया.
खडग़े ने कहा कि मैं अपना संतुलन खो बैठा और मकर द्वार के सामने जमीन पर बैठने को मजबूर हो गया, इससे मेरे घुटनों में चोट लग गई, जिनकी पहले ही सर्जरी हो चुकी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने 17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में बीआर अंबेडकर के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ आज एक विशेषाधिकार नोटिस प्रस्तुत किया. शाह द्वारा की गई टिप्पणी संविधान के निर्माता का अपमान है और यह सदन के विशेषाधिकार का उल्लंघन और अवमानना है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-