MP : मंडल अध्यक्ष बनने नेताओं ने कम कर ली अपनी उम्र, BJP ने 18 मंडलों के चुनाव किए निरस्त, प्रदेश भर से पहुंची है शिकायतें

MP : मंडल अध्यक्ष बनने नेताओं ने कम कर ली अपनी उम्र

प्रेषित समय :19:45:26 PM / Mon, Dec 23rd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, भोपाल. मध्यप्रदेश में चल रही BJP मंडल अध्यक्षों के चुनाव को लेकर घमासान तेज हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक रूप से मध्यप्रदेश में 60 जिले हैं. जिनमें मंडल अध्यक्षों के चुनाव को लेकर चुनाव समिति के पास करीब 100 शिकायतें पहुंची हैं. अपीलीय समिति ने इन शिकायतों की छानबीन कर ली है.

अपीलीय समिति के पास आई शिकायतों के अनुसार  डेढ़ दर्जन ऐसे मंडल हैंए जहां पर अध्यक्ष बनने के लिए पदाधिकारियों ने स्वयं की उम्र कम करके बताई. जिसके चलते 18 मंडलों के आधिकारिक तौर पर चुनाव ही निरस्त कर दिए गए हैं. इनमें सबसे ज्यादा सिवनी से हैं. गौरतलब है कि BJP संगठन ने मंडल अध्यक्षों के लिए 45 साल से कम उम्र का क्राइटेरिया तय किया था. इसके साथ ही ऐसे कार्यकर्ताओं को मंडल अध्यक्ष नहीं बनाने के निर्देश थे, जिनका कोई अपराधिक रिकॉर्ड है. जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है या जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बयानबाजी की है. खबर है कि खंडवा से आई शिकायतों में कार्यकर्ताओं का कहना था कि रायशुमारी तो नाममात्र थी. विधायक, सांसद की पसंद से ही मंडल अध्यक्ष बनाए गए हैं. कांग्रेस से भाजपा में आकर विधायक बनीं छाया मोरे ने अपने करीबी व पूर्व कांग्रेसी जगराम यादव को गुड़ी मंडल अध्यक्ष बनवा दिया. फकीरचंद कुशवाह को पंधाना मंडल अध्यक्ष बनाया है.

उनकी उम्र मार्कशीट, आधार, समग्र सहित सभी दस्तावेजों में 48 साल है जबकि संगठन ने मंडल अध्यक्ष के लिए अधिकतम 45 साल की उम्र तय कर रखी है. अन्य दावेदारों ने इसकी शिकायत संगठन मंत्री हितानंद शर्मा से की है. शिकायतकर्ताओं ने कहा कि यदि संगठन स्तर से नियुक्ति को अयोग्य घोषित नहीं किया जाता है तो कोर्ट का रुख भी करेंगे. निवाड़ी ओरछा के मंडल अध्यक्ष बनाए गए पुष्पेंद्र सेन को लेकर पार्टी पदाधिकारियों ने संगठन से शिकायत की है. कहा है कि पुष्पेंद्र की एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में फोटो वायरल हुई हैं. निवाड़ी जिले के तरीचर कलां मंडल अध्यक्ष के आपराधिक रिकॉर्ड को लेकर प्रदेश संगठन के पास शिकायत पहुंची है. शहडोल में 19 में से 16 मंडल अध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है. 6 मंडल अध्यक्ष रिपीट किए जाने का कार्यकर्ता विरोध जता रहे हैं. धार के सादलपुर की मंडल अध्यक्ष बनीं अर्चना दीपक राठौर के चुनाव को निरस्त कर दिया गया. अर्चना जिले की पहली मंडल अध्यक्ष बनने वाली थीं.

सिवनी में 42 बूथ अध्यक्ष देगें इस्तीफा-

सिवनी में केदारपुर मंडल के महामंत्री अजय सिंह मरावी ने कहा कि लोकू सिंह मरकाम मंडल अध्यक्ष बने हैं. हमारी 61 सदस्यीय कार्यकारिणी में उनका कहीं नाम नहीं था. जिला कार्यकारिणी में भी उनका नाम नहीं था. ये तो घंसौर जनपद पंचायत में गोंडवाना या कांग्रेस सामान्य प्रशासन विभाग के सभापति हैं. मैंने अपनी बात भी रखी है. हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे. हमारे 52 बूथ हैं जिनमें से 42 बूथ अध्यक्ष हमारे साथ हैं. यदि पार्टी अपना निर्णय नहीं बदलेगी तो हम सभी कार्यकर्ता सामूहिक रूप से प्रदेश कार्यालय में इस्तीफा देकर जाएंगे.

दिन में निकला जुलूस, रात को नियुक्ति हो गई रद्द-

सिवनी जिले में ही बंडोल के मंडल अध्यक्ष बने पुरुषोत्तम बघेल प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे. पुरुषोत्तम ने कहा कि सिवनी विधानसभा से सुबह हमारी नियुक्ति की गई. हमें पता चला कि हम मंडल अध्यक्ष बने हैं. दिन में जुलूस निकाला. रात के 11 बजे विज्ञप्ति जारी की गई कि आपका इस पद पर निर्वाचन निरस्त किया जा रहा है. हम यह जानना चाह रहे हैं कि नियुक्ति किस कारण निरस्त की गई जबकि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से संवैधानिक थी. तय मापदंडों के अनुसार ही पूरी प्रक्रिया की गई थी. हमने तीन दिन पहले जाकर आपत्ति दर्ज कराई थी.

ग्वालियर भाजपा कार्यालय में हंगामा-

ग्वालियर में भाजपा कार्यालय में हंगामा हो गया. स्वामी विवेकानंद मंडल के घोषित अध्यक्ष नरसिंह राठौर का नाम संशोधित कर अमर कुंटे को अध्यक्ष बना दिया गया. इसके विरोध में राठौर समाज ने पार्टी कार्यालय का घेराव कर दिया. राठौर समाज के स्थानीय अध्यक्ष रामकिशन राठौर ने कहा कि नरसिंह राठौर को मंडल अध्यक्ष बनने के बाद गलत तरीके से हटाया गया है. संख्या बल के हिसाब से राठौर समाज को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. जिला अध्यक्ष अभय चौधरी ने कार्यकर्ताओं को समझाइश देकर उनकी मांग प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचाने का वादा किया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-