अहमदाबाद (व्हाट्सएप- 8875863494). नरनारायण शास्त्री इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी जेतलपुर अहमदाबाद के तत्वाधान में 10 जनवरी 2025 को देश में फॉरेंसिक साइंस विषय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता सत्य समाधान 2025 द्वारा इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को नवीन भारतीय कानून व्यवस्था "भारतीय न्याय संहिता" के बारे में जागरूकता का संदेश दिया जाएगा.
संस्थान के कैम्पस निदेशक संजय शर्मा एवं प्रतियोगिता प्रबंधन प्रतिनिधि डॉ गीता गुप्ता ने बताया कि क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन आधारित इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु कार्य विभाजन कर समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई है.
उन्होंने बताया कि नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधीनगर के मार्गदर्शन में देश में अपनी तरह की इस पहली राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन नर नारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी के माध्यम से किया जा रहा है जिसका उद्देश्य संभागियों को फॉरेंसिक साइंस से जुड़े नवाचारों के बारे में जानकारी देकर विषय व इसके तकनीकी ज्ञान के प्रति जागरूकता का संचार करना है.
संस्थान के संरक्षक एपी स्वामीजी तथा पीपी स्वामीजी एवं उपाध्यक्ष धर्मेश वंडरा के मार्गदर्शन और प्राचार्य डॉ निकुंज ब्रह्मभट्ट के निर्देशन में समस्त तैयारियां की जा रही है. इस बाबत आयोजित समीक्षा बैठक में कैंपस निदेशक संजय शर्मा, वरिष्ठ प्राध्यापक एवं तकनीकी विशेषज्ञ डॉ रवि कुमार, डॉ गीता गुप्ता, डॉ हरजीत सिंह, डॉ शिवाली शाह, एरोमल वेणुगोपाल, डॉ प्रवेश शर्मा, कुलदीप पुरोहित, ग्रीष्मा पीथींया, डॉ नीलामणि श्रीवास्तव, दिव्या पटेल,आकाश कुंठ, मृणाल मिश्रा, डॉक्टर शिवानी एवं हैपी सुथार आदि प्रतिनिधियों ने भाग विभिन्न कार्यों की प्रगति की जानकारी दी.
देशभर से प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आ रहे का फोरेंसिक साइंस के विद्यार्थियों को गुजरात सरकार के गृह मंत्री हर्ष संघवी का मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा. राष्ट्रीय प्रतियोगिता को लेकर पंजीकरण, प्रतियोगिता आयोजन, संभागियों के रहने की व्यवस्था, भोजन, प्रमाण पत्र प्रकाशन, मूल्यांकन, निगरानी आदि समितियो के प्रतिनिधि नियमित रूप से तैयारी में जुटे हैं.
निर्देशक संजय शर्मा ने बताया कि फोरेंसिक साइंस के अंतर्गत अपराधों एवं कोर्ट में पेश किए जाने वाले सबूतों की जांच के लिए वैज्ञानिक तरीकों व विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर बेहतर नतीजे प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है.
राष्ट्रीय प्रतियोगिता आयोजन के बारे में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ गीता गुप्ता ने बताया कि 10 जनवरी को सुबह नो बजे रजिस्ट्रेशन के बाद संभागियों को सीन उपलब्ध करवाए जाएंगे और दस प्रतिनिधि अनुसंधान कार्य पूर्ण करेंगे. इसके पश्चात मूट कोर्ट में प्रस्तुतिकरण होगा, न्यायाधीशों के निर्णय अनुसार विजेता सर्वश्रेष्ठ सीन को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाएगा.
संस्थान के एरोमल वेणुगोपाल ने बताया कि विभिन्न तरह के अपराधों में जांच को लेकर अनुसंधान के लिए ध्यान रखने योग्य तकनीकी व्यवस्था और बारीकियां के अनुरूप जांच को पूर्ण कर अपराध की तह तक पहुंचाने की इस प्रक्रिया को पूर्ण करने के तहत दस क्राइम सीन से जुड़े प्रकरणों को प्रतियोगियों के समक्ष रखा जाएगा.
प्रतियोगी अपनी रुचि के अनुसार विषय का चयन और अध्ययन कर अपने अपने कार्य को पूरा करेंगे. प्रायोगिक कार्य में विशेषज्ञता के विकास पर आधारित इस प्रतियोगिता के दौरान मूट कोर्ट में सीन की स्टोरी और एक्ट के अनुरूप सबूत का प्रस्तुतीकरण व अन्य प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी. कोर्ट में न्यायाधीश के समक्ष दोनों पक्षों के द्वारा अपना प्रस्तुतीकरण किया जाएगा इसके बाद सर्वश्रेष्ठ सीन एवं अनुसंधान को सम्मानित किया जाएगा. ध्यान रहे नरनारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी देश का पहला ऐसा संस्थान है जहां बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट क्राइम सीन स्टूडियो बनाया गया है और प्रतियोगिता की समस्त गतिविधियां यही पूरी की जानी है. संस्थान में विद्यार्थियों को नवाचारों से अवगत करवाने के लिए विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी उपलब्ध है.
भारतीय न्याय संहिता के प्रति जागरूकता का संदेश देगी "सत्य समाधान 2025" प्रतियोगिता, तैयारियां पूर्ण
प्रेषित समय :21:12:57 PM / Mon, Jan 6th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर