पाकिस्तान: कराची में अचानक कोरोना जैसी स्थिति से हड़कंप, झोला छाप डॉक्टरों के भरोसे देश

पाकिस्तान: कराची में अचानक कोरोना जैसी स्थिति से हड़कंप

प्रेषित समय :16:38:11 PM / Tue, Feb 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

कराची (पाकिस्तान). कराची में सांस के रोगों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. सिंध स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 13 फरवरी तक 248 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें सबसे अधिक 119 मामले एच1एन1 इन्फ्लूएंजा के पाए गए हैं. यह आंकड़े शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में दर्ज हुए हैं. दरअसल, पाकिस्तान के स्वास्थ्य महकमे की दयनीय स्थितियों की वजह से भी यहां महामारी अपने चरम पर पहुंच रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो यहां की अधिकांश आबादी झोला छाप मेडिकल प्रैक्टिशनर्स पर निर्भर रहती है.

एच1एन1 और अन्य संक्रमणों के मामले चिंताजनक

रिपोर्ट के मुताबिक, कराची के निजी अस्पतालों में 99 और डॉउ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल  में 20 मरीजों में एच1एन1 की पुष्टि हुई है. इसके अलावा, शहर में 95 लोग इन्फ्लुएंजा ्र और क्च से संक्रमित पाए गए हैं. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, सांसों के अन्य संक्रमणों के भी कई मामले सामने आए हैं.

इतने मामले सामने आये

कोरोना वायरस-8 मामले
राइनोवायरस- 15 मामले
रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस- 2 मामले

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी, दी ये सलाह

- मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.
- बार-बार हाथ धोएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें.
- बीमार होने पर घर पर रहें और 24 घंटे तक किसी से न मिलें.
- सामाजिक दूरी बनाए रखें और यात्रा करने से बचें.

कराची के अस्पतालों पर दबाव, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई

कराची पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी होने के बावजूद, यहां के सार्वजनिक अस्पतालों की हालत दयनीय है. सरकारी अस्पतालों में बेड, दवाइयों और मेडिकल उपकरणों की भारी कमी है, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है. निजी अस्पताल अत्यधिक महंगे होने के कारण आम जनता की पहुंच से बाहर हैं.

झोलाछाप डॉक्टरों पर निर्भरता

स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण बड़ी संख्या में लोग अनधिकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर्स और झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाने को मजबूर हैं. इससे गलत इलाज और दवाओं का दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है, जिससे स्वास्थ्य संकट और गंभीर होता जा रहा है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-