मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशियों का मार्च 2025 का राशिफल ऐसा है....

मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशियों का मार्च 2025 का राशिफल ऐसा है....

प्रेषित समय :20:49:52 PM / Thu, Feb 27th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

-पं. प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
मुंबई. मार्च 2025 में बड़ा बदलाव आ रहा है, 29 मार्च 2025 को शनिदेव गोचरवश राशि बदलेंगे और 30 वर्ष के बाद मीन राशि में भ्रमण करेंगे, मतलब... जहां मकर राशिवालों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी वहीं, वृश्चिक और कर्क राशिवालों का ढइया समाप्त होगा, लेकिन मेष राशिवालों की साढ़े साती जबकि सिंह और धनु राशिवालों का ढइया शुरू होगा, इसलिए इन तीन राशिवालों को सतर्क रहना होगा.
मार्च 2025 के पूर्वार्ध में जहां सूर्य देव का कुंभ राशि में गोचर है, वहीं उत्तरार्ध में मीन में गोचर है, जिसके नतीजे में अलग-अलग राशियों को अलग-अलग फल प्राप्त होंगे, यदि समय शुभ है तो उसका सदुपयोग करें और यदि समय ठीक नहीं है, तो सतर्क रहें, लेकिन कर्म नहीं रोकें. 
मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशियों का मार्च 2025 माह का भविष्यफल ऐसा है....
मेष- 1 से 14 मार्च तक सूर्य का गोचर शुभ, कार्य-व्यवसाय में लाभप्रद, स्वास्थ्य के लिए उत्तम, तो इसके बाद बारहवां सूर्य विदेश में पद-प्रतिष्ठा दिलाने में सहायक, लेकिन खर्च के मामले में सतर्क रहें, व्यस्तता बढ़ेगी लेकिन विरोधियों से सतर्क रहें.
वृषभ- 1 से 14 मार्च तक दसवें भाव में सूर्य कार्यस्थल पर सतर्कता के साथ सुखद है, पद-पदोन्नति के उत्तम अवसर मिलेंगे, इसके बाद सूर्य का गोचर शुभ, कार्य-व्यवसाय में लाभप्रद, स्वास्थ्य के लिए उत्तम.
मिथुन- 1 से 14 मार्च तक नवम भाव में सूर्य गुरु और बुजुर्गों के आशीर्वाद से भाग्योदय के संकेत दे रहा है, धर्मकर्म के क्षेत्र में मान-सम्मान मिलेगा.
इसके बाद दसवें भाव में सूर्य कार्यस्थल पर सतर्कता के साथ सुखद है, पद-पदोन्नति के उत्तम अवसर मिलेंगे.
कर्क- 1 से 14 मार्च तक आठवें घर में सूर्य- स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें, खानपान पर ध्यान दें, आर्थिक मामले परेशान कर सकते हैं, लेकिन धैर्य से कार्य करें, इसके बाद नवम भाव में सूर्य गुरु और बुजुर्गों के आशीर्वाद से भाग्योदय के संकेत दे रहा है, धर्मकर्म के क्षेत्र में मान-सम्मान मिलेगा.
सिंह- 1 से 14 मार्च तक सातवें घर में सूर्य- जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद से बचें, सकारात्मक सोच रखें, साझेदार से लाभ संभव, इसके बाद आठवें भाव में सूर्य, स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें, खानपान पर ध्यान दें, आर्थिक मामले परेशान कर सकते हैं, लेकिन धैर्य से कार्य करें.
कन्या- 1 से 14 मार्च तक छठे भाव में सूर्य ऋण-रोग-शत्रु से मुक्ति दिला सकता है, लेकिन इनसे सतर्क भी रहें, लंबी यात्रा संभव, इसके बाद सातवें भाव में सूर्य- जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद से बचें, सकारात्मक सोच रखें, साझेदार से लाभ संभव.
तुला- 1 से 14 मार्च तक पांचवा सूर्य शोध जैसे विशेष कार्य के लिए उत्तम अवसर प्रदान करेगा, कार्य-व्यवसाय में लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रयास करें, इसके बाद छठे भाव में सूर्य ऋण-रोग-शत्रु से मुक्ति दिला सकता है लेकिन इनसे सतर्क भी रहें, लंबी यात्रा संभव.
वृश्चिक- 1 से 14 मार्च तक सूर्य का गोचर अनुकूल रहेगा, पहले किए गए कार्य-प्रयासों का लाभ मिल सकता है, भौतिक सुख की प्राप्ति, इसके बाद पांचवा सूर्य शोध जैसे विशेष कार्य के लिए उत्तम अवसर प्रदान करेगा, कार्य-व्यवसाय में लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, अवसर का लाभ उठाने के लिए प्रयास करें,
धनु- 1 से 14 मार्च तक तीसरे भाव में सूर्य पराक्रम बढ़ाएगा, पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं, भाई-बंधुओं से सद्भाव बनाए रखें नहीं तो कष्ट संभव, इसके बाद चौथे सूर्य का गोचर अनुकूल रहेगा, पहले किए गए कार्य-प्रयासों का लाभ मिल सकता है, भौतिक सुख की प्राप्ति.
मकर- 1 से 14 मार्च तक दूसरे भाव में सूर्य का गोचर आर्थिक मामलों में सतर्क रहने और भाई-बंधुओं से मिलकर चलने का संकेत दे रहा है, धैर्य रखें, जल्दी ही समय में सुधार होगा, इसके बाद तीसरे भाव में सूर्य पराक्रम बढ़ाएगा, पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं, भाई-बंधुओं से सद्भाव बनाए रखें नहीं तो कष्ट संभव.
कुंभ- 1 से 14 मार्च तक पहले भाव का सूर्य जीवन में नई ऊर्जा का संचार होगा, लेकिन सतर्क रहना बेहद जरूरी, इसके बाद दूसरे भाव में सूर्य का गोचर आर्थिक मामलों में सतर्क रहने और भाई-बंधुओं से मिलकर चलने का संकेत दे रहा है, धैर्य रखें, जल्दी ही समय में सुधार होगा.
मीन- 1 से 14 मार्च तक बारहवां सूर्य विदेश में पद-प्रतिष्ठा दिलाने में सहायक, लेकिन खर्च के मामले में सतर्क रहें, व्यस्तता बढ़ेगी लेकिन विरोधियों से सतर्क रहें, इसके बाद पहले भाव में सूर्य के गोचर से जीवन में नई ऊर्जा का संचार होगा, लेकिन सतर्क रहना बेहद जरूरी, शुभत्व वृद्धि के लिए सूर्योपासना करे!

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-