मुंबई. इस वर्ष मार्च 2025 में बड़ा बदलाव आ रहा है, 29 मार्च 2025 को शनिदेव गोचरवश राशि बदलेंगे और 30 वर्ष के बाद मीन राशि में आएंगे, इसलिए... जहां मकर राशिवालों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी, तो वृश्चिक और कर्क राशिवालों का ढइया समाप्त होगा, वहीं मेष राशिवालों की साढ़े साती जबकि सिंह और धनु राशिवालों का ढइया शुरू होगा, इसलिए इन तीन राशिवालों को सतर्क रहना होगा.
आनेवाले ढाई साल कैसे गुजरेंगे, इसका इस तरह से भी संकेत मिलता है कि- जैसा समय 1995, 1996 और 1997 में रहा, तकरीबन ऐसा ही असर 2025, 2026 और 2027 में होगा.
शनिदेव का गोचर सभी राशियों को प्रभावित करता है, जन्म कुंडली में जिनका शनि कारक होता है, उन्हें अपेक्षाकृत लाभ ज्यादा मिलता, जिनका शनि अकारक होता है, उन्हें अपेक्षाकृत नुकसान ज्यादा होता है, तो जिनका शनि सम होता है, उन्हें गोचर के सापेक्ष फल प्राप्त होता है.
हनुमानजी के भक्तों को कभी परेशान नहीं करते हैं- शनिदेव!
जीवन में शनि अकारक है तो सहकर्मियों का सहयोग नहीं मिलता है, घर क्षतिग्रस्त हो जाता है, शुभ कार्य धीमी गति से होते हैं, शरीर के विविध अंगों के बाल झड़ने लगते हैं आदि.
अकारक शनि होने पर शनि से संबंधित वस्तुओं... लोहा, काली उड़द, कोयला, तिल, जौ, काले वस्त्र, चमड़ा, काला सरसों आदि का यथाशक्ति दान करना चाहिए.
शनिदेव, रामभक्त हनुमान के भक्तों को कभी परेशान नहीं करते हैं इसलिए शनि द्वारा प्रदत्त परेशानियों से राहत के लिए नियमित रूप से महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना करें!
-पं. प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-