-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
नवरात्रि 2025 : जय जय त्रिपुरेश्री....
* नवरात्रि का पहला दिन- 30 मार्च 2025, रविवार, प्रतिपदा, घटस्थापना, चन्द्र दर्शन, शैलपुत्री पूजा
* नवरात्रि का दूसरा दिन, 31 मार्च 2025, सोमवार, द्वितीया, ब्रह्मचारिणी पूजा, चंद्रघंटा पूजा
* नवरात्रि का तीसरा दिन, 1 अप्रैल 2025, मंगलवार, चतुर्थी, कूष्माण्डा पूजा, विनायक चतुर्थी
* नवरात्रि का चौथा दिन, 2 अप्रैल 2025, बुधवार, पंचमी, स्कंदमाता पूजा नाग पूजा, लक्ष्मी पञ्चमी
* नवरात्रि का पांचवा दिन, 3 अप्रैल 2025, गुरुवार, षष्ठी, स्कन्द षष्ठी, यमुना छठ, कात्यायनी पूजा
* नवरात्रि का छठा दिन, 4 अप्रैल 2025, शुक्रवार, सप्तमी, महासप्तमी, कालरात्रि पूजा
* नवरात्रि का सातवां दिन, 5 अप्रैल 2025, शनिवार, अष्टमी, दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा, अन्नपूर्णा अष्टमी
* नवरात्रि का आठवां दिन, 6 अप्रैल 2025, रविवार, नवमी, श्रीराम नवमी
* नवरात्रि का नौवां दिन, 7 अप्रैल 2025, सोमवार, दशमी, नवरात्रि पारण
https://youtu.be/kC_rssAt2Zc?si=QJ6jDJyksTWn_5F9
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 3 मार्च 2025
* विनायक चतुर्थी - 3 मार्च 2025, सोमवार
* चतुर्थी प्रारम्भ - 21:01, 2 मार्च 2025
* चतुर्थी समाप्त - 18:02, 3 मार्च 2025
शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081, अमान्त महीना फाल्गुन, पूर्णिमान्त महीना फाल्गुन, वार सोमवार, शुक्ल पक्ष, तिथि चतुर्थी - 18:02 तक, नक्षत्र अश्विनी - 04:29, (4 मार्च 2025) तक, योग शुक्ल - 08:57 तक, क्षय योग ब्रह्म - 05:25, (4 मार्च 2025) तक, करण वणिज - 07:30 तक, द्वितीय करण विष्टि - 18:02 तक, क्षय करण बव - 04:37, (4 मार्च 2025) तक, सूर्य राशि कुम्भ, चन्द्र राशि मेष, राहुकाल 08:20 से 09:48, अभिजित मुहूर्त 12:21 से 13:08
सोमवार चौघड़िया- 3 मार्च 2025
* दिन का चौघड़िया
अमृत - 06:52 से 08:20
काल - 08:20 से 09:48
शुभ - 09:48 से 11:16
रोग - 11:16 से 12:44
उद्वेग - 12:44 से 14:12
चर - 14:12 से 15:40
लाभ - 15:40 से 17:08
अमृत - 17:08 से 18:36
रात्रि का चौघड़िया
चर - 18:36 से 20:08
रोग - 20:08 से 21:40
काल - 21:40 से 23:12
लाभ - 23:12 से 00:44
उद्वेग - 00:44 से 02:16
शुभ - 02:16 से 03:48
अमृत - 03:48 से 05:20
चर - 05:20 से 06:51
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- पुराने संगी-साथी तथा रिश्तेदारों से मुलाकात होगी. उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी. आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी. किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है. क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि तथा समस्या में कमी करेगा. व्यापार ठीक चलेगा.
वृष राशि:- बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे. नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति पर व्यय होगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. निवेश शुभ फल देगा. भाग्य का साथ मिलेगा. नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है. दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें.
मिथुन राशि:- प्रयास सफल रहेंगे. काफी समय से लंबित कार्य पूर्ण होने के योग हैं. पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा. जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे. सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा किसी वरिष्ठ व्यक्ति से प्राप्त होगी. आय में वृद्धि होगी. निवेश शुभ फल देगा. जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा.
कर्क राशि:- दु:खद समाचार मिल सकता है. नौकरी में कार्यभार रहेगा. विवाद से दूर रहें. पुरानी व्याधि परेशानी का कारण बन सकती है. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. बेवजह तनाव व चिंता रहेंगे. मामूली बात पर विवाद हो सकता है. कारोबार में लाभ होगा. मन में संवेदनशीलता बनी रहेगी.
सिंह राशि:- किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा. विद्यार्थी वर्ग अपने क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करेगा. किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होगी. धन प्राप्ति सुगम होगी. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी.
कन्या राशि:- भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी. कारोबारी बड़ा लाभ हो सकता है. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी. नौकरी में उच्चाधिकारियों की प्रसन्नता प्राप्त होगी. प्रशंसा मिलेगी. जल्दबाजी व अति उत्साह में कोई कार्य न करें. धनार्जन होगा. प्रसन्नता बनी रहेगी.
तुला राशि:- कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में रुके कामों में अनुकूलता रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. दांपत्य जीवन में आनंद बना रहेगा. मातहतों का सहयोग मिलेगा. किसी भी तरह के विवाद में न पड़ें. निवेश शुभ रहेगा. व्यापार-व्यवसाय में गति बनी रहेगी. प्रमाद न करें.
वृश्चिक राशि:- पुराना रोग परेशानी का कारण रहेगा. सेहत पर विशेष ध्यान दें. वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें. दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें. वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है. कारोबारी लाभ में वृद्धि होगी. आय बनी रहेगी. निवेश में जल्दबाजी न करें.
धनु राशि:- तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी. किसी जानकार व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा. कोर्ट व कचहरी के कार्यों में गति आएगी. व्यापारी वर्ग लाभ की वृद्धि का आनंद ले सकता है. व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. सावधानी आवश्यक है. धन प्राप्ति सुगम होगी.
मकर राशि:- बकाया वसूली समय पर होगी. नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी. व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. निवेश शुभ रहेगा. भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. भाग्य अनुकूल है. समय का लाभ लें.
कुम्भ राशि:- आशा व निराशा के बीच समय गुजरेगा. आर्थिक परेशानी रहेगी. फालतू खर्च होगा. बजट बिगड़ेगा. दूसरों से अपेक्षा न करें. समय पर काम नहीं होने से तनाव रहेगा. महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. वाणी में हल्के शब्दों का प्रयोग न करें.
मीन राशि:- धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी. आर्थिक उन्नति व कार्यप्रणाली सुधारने के लिए नई योजना बनेगी. तत्काल लाभ नहीं होगा. सामाजिक सेवाकार्य करने के लिए प्रेरणा मिलेगी. मान-सम्मान मिलेगा. धन प्राप्ति सु्गम होगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं, सावधान रहें.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.