, बुध 15 मार्च 2025 की सुबह 11 बजकर 54 मिनट पर मीन राशि में वक्री हो जाएंगे. मीन राशि में बुध ग्रह के वक्री होने से मनुष्य जीवन के साथ-साथ देश-दुनिया में बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं. साथ ही, इसका असर शेयर बाजार पर भी नज़र आ सकता है. बुध की वक्री अवस्था कैसे करेगी संसार को प्रभावित? आइए जानते हैं इस लेख के माध्यम से.
ज्योतिष में वक्री बुध का महत्व
ज्योतिष में बुध ग्रह के वक्री होने को महत्वपूर्ण माना गया है और अक्सर इसे संचार कौशल में कमी, तकनीकी खामियां, यात्राओं में बाधा और गलतफहमी जैसी समस्याओं से जोड़कर देखा जाता है. ऐसे में, लोगों की नज़रों में बुध की वक्री चाल को अच्छा नहीं माना जाता है और इस अशुभ भी कहना गलत नहीं होगा. लेकिन अगर हम सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, बुध वक्री की अवधि व्यक्तिगत प्रगति के लिए फलदायी साबित होती है. इस समय लंबे समय से रुके हुए प्रोजेक्ट पूरे किये जा सकते हैं और अटके हुए मामलों को सुलझाया जा सकता है. अधिकांश लोग बुध वक्री की अवधि में अपने पुराने आइडिया या अपने पुराने रिश्ते की यादें ताज़ा करते हुए दिखाई देते हैं.
बुध मीन राशि में वक्री होकर जातकों के जीवन में समस्याएं और खुद को जानने-समझने के अवसर लेकर आ सकता है. आपको बता दें कि बुध ग्रह समय-समय पर वक्री होते रहते हैं और इनकी मीन राशि में मौजूदगी सहजता और भावुकता में वृद्धि करती है. साथ ही, आपको भ्रमित करने का काम करती है. सामान्य रूप से, इस अवधि में जातकों को बातचीत करते समय अपने शब्दों का चयन करने में सावधानी बरतनी होगी और धैर्य बनाए रखना चाहिए. आपको भावनात्मक और आध्यात्मिक रूप से चिंतन करने की सलाह दी जाती है. जैसे कि हम जानते हैं कि मीन एक अत्यंत भावुक राशि है और ऐसे में, आप ऐसी पुरानी यादों, जख्मों को, पुराने रिश्ते या फिर परिस्थितियों को को एक नए दृष्टिकोण से याद करते हुए नज़र आ सकते हैं. यह अवधि अनसुलझी भावनाओं को सुलझाने के लिए श्रेष्ठ होती है.
बुध मीन राशि में वक्री: विश्व पर प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि और तर्क का कारक माना जाता है. नवग्रहों में बृहस्पति महाराज को मंत्री का पद प्राप्त है और बुध गुरु ग्रह की मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं. ऐसे में, वक्री बुध देश-विदेश को अत्यधिक प्रभावित करेंगे, लेकिन क्या यह प्रभाव अनुकूल होगा? आइए जानते हैं.
सरकार एवं राजनीति
भारत सरकार के प्रतिनिधि और उच्च पदों पर बैठे राजनेता स्वयं को किसी विवाद में और मीडिया से घिरा हुआ पा सकते हैं जिसकी वजह आपका कोई गलत बयान हो सकता है.
सरकार के काम करने के तरीके और नीतियां चाहे कितनी अच्छी क्यों न हों, उनको फिर भी आलोचना झेलनी पड़ सकती है.
बुध मीन राशि में वक्री के दौरान भारत सरकार को विदेश से धमकियां मिल सकती हैं क्योंकि कुंडली के नौवें भाव का संबंध लंबी दूरी की यात्राओं या विदेश से होता है. हालांकि, परिस्थितियां नियंत्रण में रहेंगी.
देश के नेताओं को कुछ आक्रामक कदम उठाते हुए देखा जा सकता है जिनके पीछे सोच-विचार की कमी आसानी से देखी जा सकेगी.
गूढ़ विज्ञान
जो लोग गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष आदि की पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन, बुध की स्थिति शुभ होने पर आपको सफलता की प्राप्ति होगी.
मेडिटेशन करने वाले, योग इंस्ट्रक्टर और अन्य लोगों को सकारात्मक परिणाम पाने में समस्याओं का अनुभव हो सकता है. बुध देव की कुंडली में स्थिति इस बात को दर्शाती है कि यह आपको किस तरह से प्रभावित करेगी.
बुध की वक्री अवस्था को गूढ़ विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्च कार्यो से लगे लोगों और ज्योतिषियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
रचनात्मक कार्य एवं व्यापार
सामान्य रूप से बुध मीन राशि में वक्री होने को बहुत मुश्किल माना जाता है क्योंकि बुध को वाणी और सिंगिंग के कारक ग्रह हैं. इस राशि में बुध नीच अवस्था में होते हैं.
वक्री बुध के दौरान म्यूजिक इंडस्ट्री पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है इसलिए कुछ बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट फेल हो सकते हैं. ऐसे में, म्यूजिक इंडस्ट्री को हानि झेलनी पड़ सकती है.
इस अवधि में फिल्म इंडस्ट्री को भी हानि होने की आशंका है क्योंकि इस दौरान फिल्मों का प्रदर्शन निराशाजनक रह सकता है.
बुध मीन राशि में वक्री: शेयर बाजार भविष्यवाणी
बुध मीन राशि में वक्री का असर 15 मार्च 2025 के बाद नकारात्मक रूप से स्टॉक मार्केट पर दिखाई दे सकता है. ऐसे में, आपको शेयर बाजार में भविष्यवाणी करते समय बहुत सावधान रहने की सलाह दी जाती है. आइए जानते हैं शेयर मार्केट को बुध की वक्री अवस्था किस तरह से प्रभावित करेगी.
जैसे कि बुध मीन राशि में वक्री हो रहे हैं और ऐसे में, केमिकल फ़र्टिलाइज़र इंडस्ट्री, चाय और कॉफ़ी उद्योग, स्टील इंडस्ट्री, हिंडालको, वूलेन मिल्स सहित विभिन्न सेक्टर्स में मंदी आ सकती है.
रिलायंस इंडस्ट्री, परफ्यूम और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, टेक्नोलॉजी इनफार्मेशन आदि क्षेत्रों में महीने के अंत तक मंदी बनी रह सकती है जो आगे भी जारी रह सकती है.
इस अवधि में वेब डिजाइनिंग से जुड़ी कंपनियों और पब्लिशिंग फर्म की रफ़्तार थम सकती है.
बुध मीन राशि में वक्री: इन राशियों को रहना होगा बेहद सावधान
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए बुध महाराज तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में वक्री हो रहे हैं. आपके करियर में नौकरी को लेकर अप्रत्याशित यात्राएं करनी पड़ सकती हैं जिसकी वजह से आप तनाव में आ सकते हैं. वहीं, इस राशि के जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, तो आपके कार्यों में योजना की कमी महसूस हो सकती है और ऐसे में, आपको हानि झेलनी पड़ सकती है. मीन राशि में बुध वक्री के दौरान आपको योजना बनाकर चलना होगा. साथ ही, इस अवधि में आपको किसी को धन उधार देने से बचना होगा क्योंकि आपको हानि होने की आशंका है. इसके अलावा, जो जातक नौकरी में वेतन वृद्धि की उम्मीद लगाए हुए हैं, तो उन्हें देरी होने की संभावना है. ऐसे में, आप चिंता में नज़र आ सकते हैं.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं. अब यह आपके नौवें भाव में वक्री हो जाएंगे. इसके परिणामस्वरूप, बुध की वक्री चाल के दौरान आपके मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है. साथ ही, इस अवधि में आपको भाग्य का साथ न मिलने की भी संभावना है. करियर के क्षेत्र में आप बेहतर अवसरों की तलाश में नौकरी बदलने के बारे में सोच-विचार कर सकते हैं क्योंकि आप अपनी मौजूदा नौकरी से असंतुष्ट रह सकते हैं. व्यापार करने वाले जातकों को धन से जुड़े लेन-देन में भाग्य का साथ न मिलने का अनुमान है और ऐसे में, आपकी आय में कमी आ सकती है. साथ ही, बुध की वक्री चाल आपको अच्छी ख़ासी हानि करवा सकती है इसलिए सतर्क रहें.
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कन्या राशि
कन्या राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह पहले और दसवें भाव के स्वामी में हैं जो अब आपके सातवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को अपने दोस्तों और प्रियजनों के साथ संबंधों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. बुध मीन राशि में वक्री के दौरान आपको कार्यों में सावधानी बरतनी होगी. करियर की बात करें तो, वरिष्ठों, सहकर्मियों और आपके बीच किसी बात को लेकर असहमति जन्म ले सकती है. ऐसे में, जब बात आती है नौकरी की, तो आप असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं. जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस दौरान सावधानी बरतनी होगी क्योंकि आपको भारी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है. आर्थिक जीवन में आपके सामने कुछ फालतू के खर्चे आ सकते हैं और ऐसे में, आपको इन्हें संभालने में परेशानी महसूस हो सकती है.
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं. अब यह आपके छठे भाव में वक्री होने जा रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप, बुध मीन राशि में वक्री के दौरान आपको भाग्य का साथ न मिलने की संभावना है जिसका असर आपके कार्यों में किए जा रहे प्रयासों पर पड़ सकता है. अगर आप नौकरी से असंतुष्ट हैं, तो आप नौकरी में बदलाव करने का मन बना सकते हैं. इसके अलावा, इन जातकों पर काम का बोझ बढ़ सकता है.
जिन लोगों का अपना व्यापार है, उन्हें प्रतिद्वंदियों की तरफ से भारी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आप बिज़नेस पार्टनर के साथ ज्यादा समय बिताने में असमर्थ रह सकते हैं. दूसरी तरफ, इन लोगों के सामने एक के बाद एक खर्चे आ सकते हैं जिन्हें संभालना आपको मुश्किल लग सकता है. ऐसे में, आपको पहले से अच्छी योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं. अब यह आपके पांचवें भाव में वक्री हो रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप, बुध मीन राशि में वक्री के दौरान आपको जीवन के बड़े फैसले लेते समय धैर्य बनाए रखना होगा. साथ ही, इस अवधि में आप नौकरी को लेकर नाख़ुश रह सकते हैं. कार्यक्षेत्र में आपका काम थोड़ा बढ़ सकता है जिसके कारण आपको अपने कार्यों को अधिक समय देना पड़ सकता है. ऐसे में, यह जातक तनाव में रह सकते हैं और आपको अपना काम समय पर पूरा करना भी मुश्किल लग सकता है. व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस की योजना बनाकर चलना होगा क्योंकि आपको हानि होने की आशंका है. आर्थिक जीवन को देखें तो, बुध वक्री के दौरान आपको आर्थिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं और ऐसे में, आप बड़े फैसले लेने में नाकाम रह सकते हैं.
बुध मीन राशि में वक्री: इन राशियों के लिए रहेगा शुभ
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं. वर्तमान समय में अब यह आपके तीसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं. इस अवधि में आपको कार्यों में किए जा रहे प्रयासों में प्रगति देखने को मिलेगी. बुध मीन राशि में वक्री के दौरान आपको हर कदम पर अपने भाई-बहनों का साथ मिलेगा. करियर के क्षेत्र में आप तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ेंगे. ऐसे में, आपको विदेश से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं. जो जातक खुद का व्यापार करते हैं, उन्हें बुध की वक्री चाल तरक्की के रास्ते पर ले जा सकती है और आपको लाभ के कई बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं. आर्थिक जीवन में आपके द्वारा की जा रही कोशिशें सफल होंगी और आपको अच्छे लाभ की प्राप्ति होगी. ऐसे में, आप धन की बचत भी कर सकेंगे.
बुध मीन राशि में वक्री के दौरान अपनाएं ये अचूक उपाय
बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें.
गाय को हरी और पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक आदि खिलाएं.
जातक अपनी बहन या परिवार की महिलाओं को हरे रंग के वस्त्र या अन्य वस्तुएं भेंट में दें. महिलाओं और अपनी बहन का आदर करें.
बुध से शुभ परिणाम पाने के लिए कबूतर और तोते को दाना खिलाएं.
आप अपने मुंह की साफ़-सफाई पर ध्यान दें.
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बुध ग्रह किस रिश्ते को दर्शाता है?
ज्योतिष में बुध महाराज बहन के साथ रिश्ते का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कुंडली के किस भाव में बुध को “दिग्बल” प्राप्त होता है?
बुध ग्रह को कुंडली के लग्न भाव में दिशाओं का बल यानी कि दिग्बल प्राप्त होता है.
एक साल में बुध ग्रह कितनी बार वक्री होते हैं?
बुध के वक्री होने की संख्या हर साल भिन्न-भिन्न हो सकती है. हालांकि, बुध ग्रह एक साल में 4 या 5 बार वक्री होते हैं.
भोज दत्त शर्मा , वैदिक ज्योतिष