पलपल संवाददाता, रीवा. एमपी के रीवा स्थित कुशमेदा गांव में 15 वर्षीय नाबालिगा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. नाबालिगा द्वारा आत्महत्या किए जाने को लेकर परिजनों ने आरोप लगाया कि जवा थाना पुलिस के एक आरक्षक शिवेन्द्र मिश्रा द्वारा ब्लैकमेल किए जाने से त्रस्त होकर आत्महत्या की है. यहां तक कि परिजनों ने आज दोपहर धरना देकर प्रदर्शन किया. वे अंतिम संस्कार करने से भी इंकार कर रहे थे. पुलिस अधिकारियों द्वारा जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया, इसके बाद परिजन तैयार हुए.
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि 21 मार्च को नाबालिगा दसवीं का परीक्षा का पेपर देकर घर लौट रही थी. जवा थाना के पास नाबालिगा अपने साथी छात्र के साथ सेल्फी लेने लगी. इस दौरान थाना में पदस्थ पुलिसकर्मी शिवेंद्र मिश्रा ने उन्हें रोकते हुए पूछताछ की. साथ ही दोनों को पकड़कर थाने ले गया. जहां पर पुलिसकर्मी ने किशोरी व उसके साथी छात्र को धमकाते हुए दोनों की फोटो वायरल करने की धमकी दी.
गांव में समाज के किसी ग्रुप में उनकी फोटो शेयर कर दी. देर शाम तक थाने में बैठा रखा. छात्र व छात्रा को छोडऩे के बदले परिजनों से रुपयों की मांग की गई. परिजन किसी तरह दोनों को घर लेकर आ गए, इसके बाद छात्रा इतनी व्यथित हो गई कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. नाबालिगा द्वारा आत्महत्या किए जाने से आक्रोशित आज दोपहर एक बजे के लगभग सड़क पर धरना देकर प्रदर्शन शुरु कर दिया. खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए, जिन्होने परिजनों से चर्चा कर आश्वासन दिया कि जांच की जाएगी यदि दोषी पाया गया तो कार्यवाही की जाएगी. इसके बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-