- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* गुरु प्रदोष व्रत - 27 मार्च 2025
* प्रदोष पूजा मुहूर्त - 18:46 से 21:06
* त्रयोदशी प्रारम्भ - 01:42, 27 मार्च 2025
* त्रयोदशी समाप्त - 23:03, 27 मार्च 2025
जब पवित्र मन से मन के देव महादेव शिव की पूजा करते हैं तो वे सबसे जल्दी प्रसन्न होते हैं. जीवन में सुख दो तरह के होते हैं- भौतिक सुख और आध्यात्मिक सुख! विष्णुदेव भौतिक सुख प्रदान करते हैं तो भोलेनाथ आध्यात्मिक सुख प्रदान करते हैं. भौतिक सुख महत्वाकांक्षा बढ़ाने वाला होता है तो आध्यात्मिक सुख संतोष प्रदान करने वाला होता है.
क्योंकि परम सुख व्यक्ति के अंदर मौजूद होता है इसलिए अदृश्य होते हुए भी आध्यात्मिक सुख सर्वश्रेष्ठ होता है जबकि भौतिक सुख दिखने के बावजूद समय सीमा में बंधा हुआ होता है.
यदि पलंग भौतिक सुख है तो नींद आध्यात्मिक सुख, यदि चश्मा भौतिक सुख है तो दृष्टि आध्यात्मिक सुख, यदि अच्छा स्वास्थ्य आध्यात्मिक सुख है तो अच्छा अस्पताल भौतिक सुख!
भौतिक सुख आध्यात्मिक सुख के सुप्रभाव में वृद्धि तो कर सकता है लेकिन आध्यात्मिक सुख के बगैर भौतिक सुख व्यर्थ है!
भौतिक सुख का भोग आध्यात्मिक सुख की शुभ स्थिति पर निर्भर करता है. इसलिए नियमित शिवोपासना इंसान को संपूर्ण सुख प्रदान करने वाली है, तन का सुख, मन को संतोष प्रदान करने वाली है.
जीवन में हर क्षण शिवोपासना के लिए सर्वोत्तम है... महाशिवरात्रि, श्रद्धालुओं को प्रतिवर्ष शिवजी को प्रसन्न करने का शुभ अवसर प्रदान करती है... मासिक शिवरात्रि शिव भक्तों को प्रतिमाह शिवोपासना का सुख देती है... श्रावण मास, संपूर्ण माह शिव पूजा के लिए है... प्रति पखवाड़े प्रदोष पर शिवोपासना का सुंदर अवसर मिलता है, तो... सोमवार, प्रति सप्ताह भोलेनाथ की आराधना का प्रमुख दिन होता है, इसलिए... नियमित शिव पूजा नहीं कर पाएं, तो हर सोमवार को... हर-हर महादेव... का लाभ अवश्य लें!
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्.
सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि..
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 26 मार्च 2025
शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081, अमान्त महीना फाल्गुन, पूर्णिमान्त महीना चैत्र, वार बुधवार, कृष्ण पक्ष, तिथि द्वादशी - 01:42, (27 मार्च 2025) तक, नक्षत्र धनिष्ठा - 02:30, (27 मार्च 2025) तक, योग सिद्ध - 12:26 तक, करण कौलव - 14:49 तक, द्वितीय करण तैतिल - 01:42, (27 मार्च 2025) तक, सूर्य राशि मीन, चन्द्र राशि मकर - 15:14 तक, राहुकाल 12:38 से 14:10, अभिजित मुहूर्त - नहीं है.
बुधवार चौघड़िया- 26 मार्च 2025,
दिन का चौघड़िया
लाभ - 06:30 से 08:02
अमृत - 08:02 से 09:34
काल - 09:34 से 11:06
शुभ - 11:06 से 12:38
रोग - 12:38 से 14:10
उद्वेग - 14:10 से 15:42
चर - 15:42 से 17:14
लाभ - 17:14 से 18:46
रात्रि का चौघड़िया
उद्वेग - 18:46 से 20:14
शुभ - 20:14 से 21:42
अमृत - 21:42 से 23:10
चर - 23:10 से 00:37
रोग - 00:37 से 02:05
काल - 02:05 से 03:33
लाभ - 03:33 से 05:01
उद्वेग - 05:01 से 06:29
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है. आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी. निवेश शुभ रहेगा. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. आय में वृद्धि होगी. समय की अनुकूलता मिलेगी. आलस्य हावी रहेगा. घर में सुख-शांति रहेगी. लाभ होगा.
वृष राशि:- (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. कुसंगति से बचें. कारोबार में वृद्धि होगी. निवेशादि शुभ रहेंगे. रोजगार में वृद्धि होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. किसी बड़े काम में हाथ डाल पाएंगे.
मिथुन:- (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. प्रसन्नता तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे. कारोबार लाभदायक रहेगा. भाइयों से सहयोग मिलेगा. कुसंगति से हानि होगी. नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी. जल्दबाजी न करें. जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें.
कर्क:- (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
बुरी खबर प्राप्त हो सकती है. मेहनत अधिक होगी. लाभ के अवसर टलेंगे. समय पर बाहर से धन नहीं मिलने से निराशा रहेगी. हल्की हंसी-मजाक करने से बचें. नौकरी में अधिकारी अधिक की अपेक्षा करेंगे. मातहतों का साथ नहीं मिलेगा. थकान रहेगी. व्यवसाय-व्यापार से मनोनुकूल लाभ होगा.
सिंह राशि:- (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. धन प्राप्ति सु्गम होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नौकरी में सभी काम समय पर होने से प्रशंसा प्राप्त होगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. पारिवारिक चिंताओं में कमी होगी. प्रमाद न करें.
कन्या राशि:- (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
पुराने साथियों तथा रिश्तेदारों से मुलाकात सुखद रहेगी. अच्छे समाचार प्राप्त होंगे. मान बढ़ेगा. किसी नए उपक्रम को प्रारंभ करने पर विचार होगा. लंबी यात्रा की इच्छा रहेगी. व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. जल्दबाजी न करें.
तुला राशि:- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी. यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी. नए काम मिल सकते हैं. कार्य से संतुष्टि रहेगी. प्रसन्नता तथा उत्साह का वातावरण बनेगा. कारोबार लाभदायक रहेगा. निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे. जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें. प्रमाद से बचें.
वृश्चिक राशि:- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
फालतू खर्च होगा. शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. कोई भी निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. वाणी पर नियंत्रण रखें. काम में मन नहीं लगेगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. आय में निश्चितता रहेगी. परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी. इच्छाशक्ति प्रबल करें.
धनु राशि:- (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है. यात्रा मनोनुकूल रहेगी. नए काम हाथ में आएंगे. कारोबारी वृद्धि से प्रसन्नता रहेगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. अज्ञात भय रहेगा. पारिवारिक सहयोग से प्रसन्नता रहेगी. जल्दबाजी न करें.
मकर राशि:- (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
योजना फलीभूत होगी. कार्यपद्धति में सुधार होगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. मेहनत सफल रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. मान-सम्मान मिलेगा. कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा. शेयर मार्केट में जल्दबाजी से बचें. विवेक का प्रयोग करें. भाग्य का साथ मिलेगा. वरिष्ठ व्यक्तियों का मार्गदर्शन मिलेगा.
कुम्भ राशि:- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
अध्यात्म में रुचि रहेगी. किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का मौका हाथ आएगा. सुख-शांति बने रहेंगे. कारोबार मनोनुकूल चलेगा. मित्रों का सहयोग लाभ में वृद्धि करेगा. लंबित कार्य पूर्ण होंगे. निवेश शुभ रहेगा. प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. प्रमाद न करें.
मीन राशि:- (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अज्ञात भय रहेगा. अनहोनी की आशंका रहेगी. वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें. वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें. किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं. कारोबार से लाभ होगा. निवेश में जल्दबाजी न करें. आय बनी रहेगी. थकान व कमजोरी रह सकती है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.