भगवान वराह के मंत्र का जप करने से मकान या फ्लैट मिल जाता

भगवान वराह के मंत्र का जप करने से मकान या फ्लैट मिल जाता

प्रेषित समय :20:16:41 PM / Tue, Mar 25th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

*ॐ नमः श्रीवराहाय धरण्युद्धारणाय स्वाहा.*
जन्मकुण्डली में मंगल की अनुकूलता एवं चतुर्थ भाव तथा चतुर्थेश बलवान होने पर अथवा भगवान वराह की उपासना करने से, उनके मंत्र का जप करने से, उनकी स्तुति-प्रार्थना करने से अवश्य ही देव योग से निवास के योग्य भूमि, मकान, फ्लैट मिल जाता है.
किसी व्यक्ति को प्रयत्न करने पर भी निवास के लिये भूमि अथवा मकान न मिल रहा हो, उसे भगवान् वराह की उपासना करनी चाहिये . भगवान् वराह की उपासना करने से, उनके मन्त्र का जप करने से, उनकी स्तुति प्रार्थना करने से अवश्य ही निवास के योग्य भूमि या मकान मिल जाता है . स्कन्द पुराण के वैष्णव खण्ड में आया है कि भूमि प्राप्त करने के इच्छुक मनुष्य को सदा ही इस मन्त्र का जप करना चाहिये .
मन्त्र के सङ्कर्षण ऋषि, वाराह देवता, पंक्ति छन्द और श्री बीज है .
*"ॐ नमः श्रीवराहाय धरण्युद्धारणाय स्वाहा" .*
भगवान् वराह के अंगों की कान्ति शुद्ध स्फटिक गिरि के समान श्वेत हैं . खिले हुए लाल कमल दलों के समान उनके सुन्दर नेत्र हैं . उनका मुख वराह के समान है, पर स्वरूप सौम्य हैं . उनकी चार भुजाएँ हैं . उनके मस्तक पर किरीट शोभा पाता है और वक्षःस्थल पर श्रीवत्स का चिह्न हैं . उनके चार हाथों में चक्र, शङ्ख, अभय-मुद्रा और कमल सुशोभित हैं . उनकी बायीं जाँघ पर सागराम्बरा पृथ्वी देवी विराजमान हैं . भगवान् वराह लाल, पीले वस्त्र पहने तथा लाल रंग के ही आभूषणों से विभूषित हैं . श्रीकच्छप के पृष्ठ के मध्य भाग में शेषनाग की मूर्ति हैं . उसके ऊपर सहस्र दल कमल का आसन हैं और उस पर भगवान् वराह विराजमान हैं .
इसके चार लाख जप करे और घी व मधुमिश्रित खीर का हवन करे अथवा योग्य पण्डित से करवाए .

Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-