पलपल संवाददाता, भोपाल. एनसीसी मध्य प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ मिशन में प्रगति कर रहा है. जिसमें मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ निदेशालय के 38000 एनसीसी कैडेट्स का सिकल सेल एनीमिया व थैलेसीमिया के लिए परीक्षण किया गया है. यह परीक्षण अभियान लेफ्टिनेंट डॉ चंद्र बहादुर सिंह डांगी के नेतृत्व में आयोजित किया गया था.
जिन्होंने जागरूकता बढ़ाने व इन स्थितियों के शीघ्र पता लगाने पर जोर दिया. इस मिशन का उद्देश्य सिकल सेल एनीमिया को 2047 तक समाप्त करना है. जो कि एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है. इस मिशन की सफलता से न केवल मध्य प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ लडऩे में मदद मिलेगी, बल्कि पूरे देश में भी इसके प्रभावों को कम करने में मदद मिलेगी.
इस मिशन के प्रमुख उद्देश्य हैं-
सिकल सेल एनीमिया व थैलेसीमिया के लिए परीक्षण: एनसीसी कैडेट्स का परीक्षण करना और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना.
जागरूकता बढ़ाना: सिकल सेल एनीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को इसके प्रभावों के बारे में शिक्षित करना.
समुदाय की भागीदारी: सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ लडऩे के लिए समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करना और उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना.
एमपी में सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ कई कदम उठाए गए-
परीक्षण अभियान: मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ निदेशालय के 38000 एनसीसी कैडेट्स का परीक्षण किया गया है.
जागरूकता कार्यक्रम: सिकल सेल एनीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.
स्वास्थ्य सेवाएं: सिकल सेल एनीमिया से पीडि़त लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं.