बुध ग्रह आकाश मंडल की अर्थ व्यवस्था संभालते है, एक तरह से हम उन्हें अकाउंटेंट कह सकते है, जब भी बुध महाराज अपनी नीच राशि में भ्रमण करते है तब विश्व अर्थव्यवस्था डगमगाती है, बुध महाराज मीन राशि में अपनी नीच राशि में होते है.
साल 2025 में बुध 27 फ़रवरी से 7 मई तक मीन राशि में है, यानी करीब 75 दिनों तक. इस दौरान बुध 15 मार्च से 4 अप्रैल तक वक्री रहे और फिर मार्गी हो गए., बुध महाराज का इस वर्ष सबसे लंबे समय तक मीन राशि में होने से विश्व अर्थ व्यवस्था और व्यापार में उथल पुथल मची हुई है.
ट्रंप के टैरिफ वार ने विश्व के निवेशक को असमंजस में डाल रखा है, जिसके कारण विश्व के प्रमुख शेयर बाजार धराशाई है.
*लेकिन ग्रह बदलते है और मौसम भी बदल जाता है,4 अप्रैल से बुध महाराज उदय हो रहे है और 5 मई को ये अपनी नीच राशि छोड़ देंगे तब निश्चित रूप से विश्व बाजार में परिवर्तन आयेगा .
टैरिफ वार थमेगा और बाजार में आशा अनुकूल परिणाम आएंगे, मई से सितंबर के बीच विश्व बाजार में अच्छे परिणाम मिलेंगे.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*(9893280184)
मां कामाख्या साधक, जन्मकुंडली विशेषज्ञ वास्तु शास्त्री