नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने दिल्ली में लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए. इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि दिल्ली 7 साल तक एक काले अध्याय से गुजर रही थी. जब 30 लाख परिवार व 6 लाख लोग सात साल तक आयुष्मान के अधिकार से वंचित थे. आपको ये सोचने पर मजबूर होना चाहिए कि जब खराब सरकार आती है तो किस तरह आपके अधिकारों का हनन होता है और जब अच्छी सरकार आती है तो 50 दिन के भीतर.भीतर आपको आपके अधिकार मिल जाते हैं.
केन्द्रीय मंत्री श्री नड्डा ने आगे कहा कि तीन राज्यों ने आयुष्मान लागू करने से मना कर दिया था. पहला ओडिशा जहां पिछली सरकार चली गई और फिर कमल खिल गया. दिल्ली में भी यही हुआ. अब सिर्फ पश्चिम बंगाल बचा है, वहां भी कमल खिलेगा और मौजूदा सरकार चली जाएगी. अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आप कहते थे कि (दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भाजपा को) दोबारा जन्म लेना पड़ेगा.
लेकिन हमने इसी जन्म में कर दिखाया..फिर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज सुप्रीम कोर्ट गए और कहा कि हम दिल्ली में आयुष्मान लागू नहीं होने देंगे. आप सभी को प्रण लेना चाहिए कि दिल्ली में ऐसी सरकार कभी नहीं बनने देंगे. गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना) को लागू करने के लिए केंद्र के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
इसके साथ ही दिल्ली इस स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने वाला 35वां राज्य/केंद्र शासित प्रदेश बन गया. पश्चिम बंगाल अब एकमात्र ऐसा राज्य है. जिसने इस योजना को लागू नहीं किया है. आयुष्मान भारत योजना 27 विशेषज्ञताओं में 1961 चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए मुफ्त व कैशलेस उपचार प्रदान करती है. जिसमें दवाओं, नैदानिक सेवाओं, अस्पताल में भर्ती होने, आईसीयू देखभाल, सर्जरी व अन्य लागत शामिल हैं.
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