आज का दिनः शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025, हनुमान जन्मोत्सव.... को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो!

आज का दिनः शुक्रवार, 11 अप्रैल 2025, हनुमान जन्मोत्सव.... को नहिं जानत है जग में कपि संकटमोचन नाम तिहारो!

प्रेषित समय :20:41:07 PM / Thu, Apr 10th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

* प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
हनुमान जन्मोत्सव....
* हनुमान जयन्ती - 12 अप्रैल 2025, शनिवार
* पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 12 अप्रैल 2025 को 03:21 बजे
* पूर्णिमा तिथि समाप्त - 13 अप्रैल 2025 को 05:51 बजे
* तेलुगु हनुमान जयन्ती - 22 मई 2025
* कन्नड़ हनुमान जयन्ती - 3 दिसम्बर 2025
* तमिल हनुमान जयन्ती - 19 दिसम्बर 2025

* हनुमान जन्मोत्सव चैत्र माह की पूर्णिमा से मनाया जाता है.
* धर्मधारणा है कि.... हनुमानजी का जन्म सूर्योदय के समय हुआ था, इसलिए हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर विभिन्न मन्दिरों में प्रातः ब्रह्ममुहूर्त से ही भक्ति कार्यक्रम प्रारंभ हो जाते हैं.
* देश के विभिन्न हिस्सों में हनुमान जन्मोत्सव अलग-अलग समय और भक्तिभाव के साथ मनाया जाता है.
* प्राप्त जानकारी के अनुसार.... आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना और आसपास के क्षेत्रों में हनुमान जन्मोत्सव 41 दिनों तक मनाया जाता है, जो चैत्र पूर्णिमा से प्रारम्भ होकर वैशाख माह में कृष्ण पक्ष के दसवें दिन तक चलता है.
* उधर, तमिलनाडु में हनुमान जन्मोत्सव को हनुमथ जयन्ती पुकारते हैं, जो मार्गशीर्ष अमावस्या पर मनाया जाता है.
* जबकि, कर्नाटक में मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष त्रयोदशी को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है, जो हनुमान व्रतम पुकारा जाता है.
* अपनी आस्था के सापेक्ष हनुमान जन्मोत्सव मनाएं, लेकिन हनुमानजी की आराधना नियमित करें, क्योंकि हनुमानजी सबसे जल्दी भक्तों की पुकार सुनते हैं और हर कष्ट से मुक्ति प्रदान करते हैं....
॥ संकट मोचन हनुमान अष्टकम्॥ 
बाल समय रवि भक्षि लियोतब तीनहुँ लोक भयो अँधियारो.
ताहि सों त्रास भयो जग कोयह संकट काहु सों जात न टारो.
देवन आनि करी बिनतीतब छाँड़ि दियो रबि कष्ट निवारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
बालि की त्रास कपीस बसैगिरि जात महाप्रभु पंथ निहारो.
चौंकि महा मुनि साप दियोतब चाहिय कौन बिचार बिचारो.
कै द्विज रूप लिवाय महाप्रभुसो तुम दास के सोक निवारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
अंगद के सँग लेन गये सियखोज कपीस यह बैन उचारो.
जीवत ना बचिहौ हम सो जुबिना सुधि लाए इहाँ पगु धारो.
हेरि थके तट सिंधु सबैतब लाय सिया-सुधि प्रान उबारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
रावन त्रास दई सिय कोसब राक्षसि सों कहि सोक निवारो.
ताहि समय हनुमान महाप्रभुजाय महा रजनीचर मारो.
चाहत सीय असोक सों आगि सुदै प्रभु मुद्रिका सोक निवारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
बान लग्यो उर लछिमन केतब प्रान तजे सुत रावन मारो.
लै गृह बैद्य सुषेन समेत तबैगिरि द्रोन सु बीर उपारो.
आनि सजीवन हाथ दईतब लछिमन के तुम प्रान उबारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
रावन जुद्ध अजान कियोतब नाग कि फाँस सबै सिर डारो.
श्रीरघुनाथ समेत सबै दलमोह भयो यह संकट भारो.
आनि खगेस तबै हनुमान जुबंधन काटि सुत्रास निवारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
बंधु समेत जबै अहिरावनलै रघुनाथ पताल सिधारो.
देबिहिं पूजि भली बिधि सोंबलि देउ सबै मिलि मंत्र बिचारो.
जाय सहाय भयो तब हीअहिरावन सैन्य समेत सँहारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
काज कियो बड़ देवन के तुमबीर महाप्रभु देखि बिचारो.
कौन सो संकट मोर गरीब कोजो तुमसों नहिं जात है टारो.
बेगि हरो हनुमान महाप्रभुजो कुछ संकट होय हमारो.
को नहिं जानत है जग मेंकपि संकटमोचन नाम तिहारो॥
॥दोहा॥
लाल देह लाली लसे,अरू धरि लाल लँगूर.
बज्र देह दानव दलन,जय जय कपि सूर॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग : 11 अप्रैल 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना चैत्र, पूर्णिमान्त महीना चैत्र, वार शुक्रवार, पक्ष शुक्ल, तिथि चतुर्दशी - 03:21, (12 अप्रैल 2025) तक, नक्षत्र उत्तराफाल्गुनी - 15:10 तक, योग ध्रुव - 19:46 तक, करण गर - 14:09 तक, द्वितीय करण वणिज - 03:21, (12 अप्रैल 2025) तक, सूर्य राशि मीन, चन्द्र राशि कन्या, राहुकाल 10:59 से 12:33, अभिजित मुहूर्त 12:08 से 12:59 
दैनिक चौघड़िया- 11 अप्रैल 2025, 
दिन का चौघड़िया

चर - 06:15 से 07:50
लाभ - 07:50 से 09:24
अमृत - 09:24 से 10:59
काल - 10:59 से 12:33
शुभ - 12:33 से 14:08
रोग - 14:08 से 15:43
उद्वेग - 15:43 से 17:17
चर - 17:17 से 18:52
रात्रि का चौघड़िया
रोग - 18:52 से 20:17
काल - 20:17 से 21:42
लाभ - 21:42 से 23:08
उद्वेग - 23:08 से 00:33
शुभ - 00:33 से 01:58
अमृत - 01:58 से 03:23
चर - 03:23 से 04:49
रोग - 04:49 से 06:14 
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!

आज का राशिफल -

मेष राशि:- अपने हिसाब से जिंदगी जिना पसंद रहेगा. जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे, वे आप का विरोध करेंगे. भवन भूमि के विवादों का अंत होगा. पिता के व्यवसाय में रूचि कम रहेगी.

वृष राशि:- समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें. पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे. घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें तो पारिवारिक तनाव ख़त्म होगा. फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाएं, चमत्कारिक लाभ होगा.

मिथुन राशि:- व्ययस्ता के कारण सेहत को न भूलें. अपने जीवनसाथी से नम्रता से बात करें और दोनों की वार्तालाप में स्नेह झलके न की बनावटी बातें करें. वाणी में मधुर रहें. यात्रा के योग है.

कर्क राशि:- सेहत को नजरअंदाज न करें. आनावाश्यक किसी को परेशान करना अच्छी बात नहीं है. मेहमानों की खातिरदारी करना पड़ेगी. अपने संपर्कों से रुके कार्य पुरे होंगे. बहनों के विवाह की चिंता रहेगी.

सिंह राशि:- जल्दबाजी में किये फ़सलों से भारी नुकसान हो सकता है. परिवार में आप की बातों को सुना जायेगा. धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी. जीवनसाथी के स्वास्थ में सुधार होगा. परीक्षा परिणाम अनुकूल होगा.

कन्या राशि:- समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. अपने बारी का इंजतार करें. संतान के सहयोग से कार्य पुरे होंगे. नए लोगों से संपर्क बनेगा जो भविष्य में लाभदायक रहेगा. वाहन सुख संभव है.

तुला राशि:- आप अगर दुसरे के लिए मांगते हैं,तो आपको कभी अपने लिए नहीं मागना पाता . बीमारी के कारण स्वास्थय की चिंता रहेगी. किसी के बहकाने से अपने संबंध ना तोड़ें.बच कर रहें, पैर में चोट लग सकती है. समाज में आपका नाम होगा.

वृश्चिक राशि:- जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं. बीमारी में दवाई असर नहीं करेगी. बेहतर होगा अपना डॉक्टर बदलें. या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें. नए भवन में जाने के योग है.

धनु राशि:- अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है. कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी. पड़ोसियों की मदद करना पड़ सकती है. क्रोध की अधिकता से परिजन ना खुश होंगे. शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा.

मकर राशि:- किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते है. समय रहते जरूरी कार्य पुरे करें. निजी जीवन में दुसरों को प्रवेश न दें. पिता के व्यवहार से मन मुटाव होगा. जीवनशौली में परिवर्तन के योग है. पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव है.

कुम्भ राशि:- सोचे कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा. अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे. कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे. प्रेम-प्रसंग के चलते मन उदास होगा.

मीन राशि:- आप की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी. जीवनशैली में आय परिवर्तन से खुश होंगे. आजीविका के नए स्त्रोत्र स्थापित होंगे. पारिवारिक सोहार्द बना रहेगा. मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी.

 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

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