चलती ट्रेन के सामने कूदी महिला, खुदकुशी की कोशिश; लोको पायलट की सतर्कता से ऐसे बची जान

चलती ट्रेन के सामने कूदी महिला, खुदकुशी की कोशिश; लोको पायलट की सतर्कता से ऐसे बची जान

प्रेषित समय :14:11:27 PM / Fri, Apr 11th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

बेगूसराय. बेगूसराय जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक महिला ने आत्महत्या के मकसद से चलती ट्रेन के आगे कूदने का प्रयास किया. लेकिन लोको पायलट की सतर्कता और तकनीकी सूझबूझ से महिला की जान बचा ली गई. यह घटना समस्तीपुर रेल मंडल के सलौना स्टेशन के नजदीक हुई, जहां ट्रेन के ड्राइवर ने समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बड़ी दुर्घटना को टाल दिया.
 
चलती ट्रेन के सामने पटरी पर लेटी महिला

जानकारी के मुताबिक, घटना सुबह करीब छह बजे की है जब सलौना स्टेशन से ट्रेन समस्तीपुर की ओर रवाना हुई थी. जैसे ही ट्रेन सलौना ढाला के पास पहुंची, एक महिला अचानक रेलवे पटरी पर जाकर लेट गई. ट्रेन के लोको पायलट की नजर उस महिला पर पड़ गई और उन्होंने तुरंत ट्रेन की गति धीमी कर इमरजेंसी ब्रेक लगाया. हालांकि महिला आंशिक रूप से घायल हो गई, लेकिन उसकी जान बचा ली गई.

स्थानीय लोगों की मदद से हुई महिला की पहचान

ट्रेन रुकते ही आसपास के लोग मौके पर इक_ा हो गए. लोको पायलट और स्थानीय लोगों की मदद से महिला को ट्रेन के इंजन के नीचे से सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया. इसके बाद घायल अवस्था में उसे इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (क्क॥ष्ट) भेजा गया. महिला की पहचान उसके पास मिले आधार कार्ड से हुई. उसके अनुसार वह शकरपुरा वार्ड-20 निवासी घूरन चौधरी की पत्नी सरस्वती देवी (55) है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सरस्वती देवी मानसिक तनाव में थीं और आत्महत्या के इरादे से रेलवे ट्रैक पर लेटी थीं.

रेल प्रशासन और जनसाधारण में राहत की सांस

घटना के बाद रेलवे प्रशासन और यात्रियों में राहत देखी गई. अगर ड्राइवर समय रहते ब्रेक नहीं लगाता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था. वहीं, लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर करती हैं. रेलवे अधिकारियों द्वारा लोको पायलट की तत्परता की सराहना की गई है. उन्होंने बताया कि यह उदाहरण भविष्य में अन्य कर्मचारियों के लिए भी प्रेरणादायक होगा.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-