पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में हिन्दू देवी-देवताओं व बूढ़ी खेरमाई के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करने वाले आरोपी अब्दुल मजीद को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. इसके साथ ही अब्दुल मजीद के खिलाफ जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की है.
पुलिस अधिकारियों की माने तो अब्दुल मजीद ने 8 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अशोभनीय शब्द लिखे थे. यहां तक कि वहीं पोस्ट अरविंद कुमार नामक युवक के खिलाफ भेजी थी. इस पोस्ट के वायरल होते ही शहर में आक्रोश फैल गया, दूसरे दिन 9 अप्रैल को साधु-संतों के नेतृत्व में हिन्दू संगठनों ने हनुमानताल थाने में विरोध प्रदर्शन किया. इस घटना को लेकर पुलिस अधिकारियों ने गंभीरता से लेते हुए अब्दुल मजीद की तलाश शुरु कर दी.
पुलिस को खबर मिली कि अब्दुल घर के पीछे छिपा है और जबलपुर से भागने की फिराक में है. पुलिस की टीम पहुंच गई और घेराबंदी कर अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि अब्दुल मजीद इससे पहले भी सितंबर 2024 में इसी तरह की आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाल चुका है. उस समय भी धार्मिक भावनाएं आहत हुई थीं और उसे गिरफ्तार किया गया था. लेकिन आरोपी 13 दिन बाद जमानत पर बाहर आ गया था. इस बार दोबारा धार्मिक माहौल बिगाडऩे की कोशिश को गंभीर मानते हुए एसपी संपत उपाध्याय ने जिला दंडाधिकारी को एनएसए के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा. जिसके बाद मजीद पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-