अनिल मिश्र/पटना
सन 1990 यानी 35 वर्षों से गया शहर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते आ रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता, राज्य सरकार के कई महत्त्वपूर्ण विभागों के मंत्री तथा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मौजूदा विधायक प्रेम कुमार के कार्यकलापों तथा गया शहर के 53 वार्डों की साफ-सफाई, चहुंमुखी विकास, सहित शहर के सभी धरोहरों, ऐतिहासिक गौरवशाली स्थल, पार्क, स्टेडियम, श्मशान घाट, बस टेंपो स्टैंड आदि सभी क्षेत्रों में किए गए कार्यो आदि में हो रहे व्याप्त भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, लूट खसोट सहित लेखा जोखा के लिए कॉंग्रेस पार्टी अप्रैल के अंतिम सप्ताह में गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में जन आक्रोश चौपाल लगाएगी.
जन आक्रोश चौपाल में शहर के सभी 53 वार्डों के सम्मानित नागरिकों, शहर के राजनीतिक-सामाजिक कार्यकर्ता, आर टी आई ऐक्टिविस्ट, को आमंत्रित किया जाएगा ताकि वो अपने नगर विधायक एवं नगर सरकार के कार्यकलाप के बारे में विस्तृत रूप से बनाएंगे.
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, टिंकू गिरी, उदय शंकर पालित, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम, मुन्ना मांझी, मनोज प्रजापति, सुबोध पाल, जगदीश प्रसाद यादव, सकलदेव चंद्रवंशी आदि ने कहा कि गया शहर का ऐतिहासिक महत्व को संजोए गया गांधी मैदान जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अस्थि कलश स्तुब के साथ-साथ गांधी मंडप तथा इसके वृहद भूखण्ड के चारो ओर सरकारी कार्यालयों, संस्थानों के साथ साथ कई वर्षों से नगर विधायक एवं नगर निगम द्वारा करोड़ों- करोड़ फंड खपाने का जरिया बना हुआ है लेकिन आज तक ना तो जीर्ण-शीर्ण स्टेडियम का कायाकल्प हुआ, ना ही सुखी तालाब की सूरत बदली , ना ही साफ़ - सफाई की मुकलम् व्यवस्था सुनिश्चित हुई, केवल यह गौरवशाली गांधी मैदान फंड शोषण का घोषला बना हुआ है.
नेताओं ने कहा कि गया नगर निगम का ब्रांड एंबेसडर राजेंद्र टावर चौक स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण , इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल, कोतवाली - धार्मिक टोला स्थित शहीद स्मारक, आजाद पार्क, जवाहर टाउन हॉल, केदारनाथ मार्केट, इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम आदि की दुर्गति ,रख रखाव की हालत जग जाहिर है.
नेताओं ने कहा कि नगर विकास सूबे के नगर विकास मंत्री, पथ निर्माण मंत्री, पर्यावरण मंत्री, सहकारिता मंत्री, कृषि मंत्री लगभग 35 वर्षों के कार्यकाल में 15 वर्षों से ज्यादा तक मंत्री रहने के बाद भी इन्होंने कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया.
नेताओं ने कहा कि नगर विधायक , तथा नगर निगम ना तो गया शहर को देश की स्मार्ट शहरों की सूची में शामिल कराया ना ही देश के रामायण सर्किट से. सूबे की राजधानी पटना के बाद सबसे महत्वपूर्ण शहर गया होने के बाद भी यहां कोई बेहतर स्टेडियम है. वर्षों से लंबित योजनाएं जैसे केदारनाथ मार्केट में मल्टीप्लेक्स बनाने की योजना, शहर के फुटपाथ दुकानदारों के लिए स्थल चयन और दुकाने बनाने, शहर के दर्जनों टेंपो स्टैंड से करोड़ों वसूली परंतु नागरिक सुविधा नगण्य, सम्पूर्ण शहर को जाम से मुक्ति दिलाने आदि कार्यो को मूर्त रूप अभी तक नहीं दिया गया है.
नेताओं ने कहा कि जन आक्रोश चौपाल के माध्यम से शहरवासियों को नगर विधायक एवं नगर निगम के कारगुजारियों को उजागर करने का काम कॉंग्रेस पार्टी के नेताओ कार्यकर्ताओं द्वारा आमजनों के सहयोग से किया जाएगा.