विदेश में भारतीय छात्रों की मुश्किलें कम हुई और बढ़ा भारत का सम्मान

विदेश में भारतीय छात्रों की मुश्किलें कम हुई और बढ़ा भारत का सम्मान

प्रेषित समय :19:26:15 PM / Sat, Apr 19th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

विशेष संवाददाता

सिडनी. भारत में प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी की कार्यप्रणाली, नीतियों और उनके प्रभावी नेतृत्व से दुनिया भर के विभिन्न देशों सहित ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समाज को पहले के बजाय ज्यादा सम्मान मिल रहा है और भारतीय छात्रों को अध्ययन में आने वाली मुश्किलें भी कम हुई है. यह बात ऑस्ट्रेलिया में भारतीय दूतावास, भारतीय उच्चायुक्त एवं विदेश विभाग से संबद्ध सेवा प्रदाता दीपक पढ़ियार ने भारतीय राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार से एक विशेष मुलाकात में कही.

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारत और भारतीयों का सम्मान बढ़ा है, और विदेश मंत्री एस जयशंकर लगातार दुनिया के विभिन्न देशों से भारत के रिश्ते मज़बूत करने में सफल रहे है.  उन्होंने कहा कि विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों के समर्थन में भारत सरकार कई नई योजनाओं पर भी काम कर रही है. वर्तमान में दुनिया भर के विभिन्न देशों में लगभग 15 लाख भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, उनमें सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे हैं. 

इंडियन वीजा एंड काउंसलेट सर्विसेस के सिडनी में ब्लैकटाऊन स्थित ऑस्ट्रेलियाई कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान राजनीतिक विश्लेषक निरंजन परिहार ने विदेश विभाग से संबद्ध सेवा प्रदाता से अनिवासी भारतीय समाज की ऑस्ट्रेलिया में स्थिति पर चर्चा की एवं भारत से ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने आने वाले छात्रों की मुश्किलों को कम करने पर अपनी जानकारी की रिपोर्ट दी. ऑस्ट्रेलिया में विदेश मंत्रालय संबद्ध सेवा प्रदाता दीपक पढ़ियार ने कहा कि पूरी दुनिया के देशों में भारतीय छात्रों को जो सहायता सुलभ है, उसके मुकाबले ज्यादा सुविधाएं भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलिया में हासिल है. उनका की दुनिया के विभिन्न देशों में लगभग 15 लाख भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.

उन छात्रों सहित सभी अनिवासी भारतीयों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक नीतियों के कारण पहले से ज्यादा सम्मान मिलने लगा है. दीपक पढ़ियार मूल रूप से गुजरात में डीसा के निवासी हैं और वर्तमान में सिडनी में ऑस्ट्रेलियाई अनिवासी भारतीयों के राजनयिक कार्यों में संलग्न है. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर लगातार दुनिया भर के देशों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के अनुरूप भारत की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को प्रस्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं. इससे आने वाले समय में भारतीय छात्रों को वैश्विक स्तर पर और सुविधा सुलभ होगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-