मंगल और गुरु ग्रह के बिगड़ने से आती है आर्थिक समस्या

मंगल और गुरु ग्रह के बिगड़ने से आती है आर्थिक समस्या

प्रेषित समय :19:08:33 PM / Sun, Apr 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मंगल ग्रह को आकाश मंडल में भूमिपुत्र कहा गया है, रक्षा प्रतिरक्षा, युद्ध और बचाव इस ग्रह से ही देखा जाता है, उज्जैन में अंगारेश्वर महादेव मंदिर जो कि 84 महादेव में से 43 नंबर पर आते है वहां इनका जन्म स्थान माना गया है, पूरे विश्व में एकमात्र यही मंगल ग्रह का स्थान  है, परिवार में रक्त संबंध मंगल ग्रह से ही देखे जाते है, मंगल ग्रह यदि बिगड़ा है तो शरीर खराब हो जाता है वही कर्ज भी बढ़ जाता है, भाइयों से वैमनस्य भी होता है.

गुरु ग्रह को आकाश मंडल की वायु तथा देवताओं का पुरोहित माना गया है, इनकी कृपा से वृद्धि होती है, बड़े बूढ़ों का आशीर्वाद, परिवार में किया गया धर्म और पुण्य इसे ग्रह से ही देखा जाता है,आपकी  किस्मत में कितना धन और ईश्वरीय  कृपा है वो इस ग्रह से ही देखा जाता है.

मंगल यदि कुंडली में आठवें और बारहवें  स्थान मे हो तो जीतकर प्रबल मंगली हो जाता है,ऐसा मंगल जातक को रोग, ऋण कर्ज और जिम्मेदारी देता है.
ऐसे है यदि कुंडली में गुरु आठवें, छठे और दशम स्थान मे हो तो पितृ ऋण रहता है, ऐसे लोगों को आर्थिक रूप से दिक्कत रहती है, परिवार में बड़े बूढ़े रोगों रहते है, इनको दमा ये श्वास की बीमारी रहती है.

यदि कुंडली में गुरु और मंगल की स्थिति खराब है तो आपको कर्ज, बीमारी , जिम्मेदारी आदि का योग बनता है, आर्थिक हालत खराब रहती है, ऐसे हालत में उज्जैन में अंगारेश्वर मंदिर उज्जैन और ऋण मुक्तेश्वर mansir उज्जैन में भातर पूजा और पीली पूजा करनी चाहिए, इससे आपको अपने परिवार और कुल की उन्नति का लाभ मिलता है
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु* 
मां कामाख्या साधक, जन्म कुंडली विशेषज्ञ वास्तु शास्त्री 
9893280184

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-