15 घंटों बाद कटनी-बीना रेलखंड पर यातायात हुआ सामान्य, 3 सदस्यीय जांच टीम घटना के कारणों का लगायेगी पता

15 घंटों बाद कटनी-बीना रेलखंड पर यातायात हुआ सामान्य, 3 सदस्यीय जांच टीम घटना के कारणों का लगायेगी पता

प्रेषित समय :17:56:12 PM / Mon, Apr 21st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल के कटनी-बीना रेलखंड के दमोह के समीप रविवार की दोपहर 2.15 बजे के लगभग पार्सल कोच के 3 डिब्बे पटरी से उतरे थे, जिसके बाद अप लाइन पर यातायात पूरी तरह से ठप पड़ गया था. ट्रेनों को रोककर डाउन व थर्ड लाइन से निकाला जा रहा था, जिससे गाडिय़ां विलंब से चलती रही थीं. रेल प्रशासन द्वारा प्रभावित अप लाइन को आज सोमवार 21 अप्रैल की सुबह लगभग 5 बजे सामान्य किया गया, जिससे इस रेल मार्ग पर लगभग 15 घंटों बाद यातायात सामान्य हो सका. वहीं इस घटना की जांच के लिए मंडल रेल प्रबंधक ने 3 सदस्यीय जांच टीम गठित की है.

उल्लेखनीय है कि पश्चिम मध्य रेलवे में पिछले 24 घंटोंं में गाडिय़ों के पटरी से उतरने की यह लगातार दूसरी घटना रही. पहली घटना 19 अप्रैल की सुबह इटारसी स्टेशन के समीप घटित हुई थी, वहां पर कास्टिक सोडा से लोड मालगाड़ी का एक वैगन पटरी से उतर गया था. इस घटना के अगले दिन जबलपुर रेल मंडल के कटनी-बीना रेलखंड के दमोह के समीप खाली पार्सल ट्रेन के 3 डिब्बे पटरी से उतर गये। दोनों घटनाओं ने पश्चिम मध्य रेलवे की इंजीनियरिंग विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिये हैं.

ट्रेफिक सामान्य

रेल सूत्रों के मुताबिक दमोह में पार्सल ट्रेन के 3 डिब्बे पटरी से उतरने के कारण स्लीपर, ओएचई लाइन, बिजली के खंभे, सिग्नलिंग प्रणाली को काफी नुकसान पहुंचा है. जिसे दुरुस्त करने में लगभग 15 घंटे का समय लगा है.

तीन सदस्यीय जांच टीम गठित

वहीं इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए मंडल रेल प्रशासन ने तीन अधिकारियों की जांच टीम गठित की है, जो किस विभाग की गलती के कारण यह हादसा हुआ, उसका पता लगायेगी। यह टीम एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट डीआरएम को सौंपेगी.

रेलवे बोर्ड जानकारी लेता रहा

रेल सूत्रों के मुताबिक कटनी-बीना रेलखंड भारतीय रेलवे के सर्वाधिक व्यस्ततम रेल मार्गों में से है, इस मार्ग पर यात्री ट्रेनों से ज्यादा मालगाडिय़ों का दबाव रहता है. पूरे भारत में इसी मार्ग से कोयला, सीमेंट, आयरन ओर सहित अन्य सामानों की आवाजाही होती है. ऐसे में रेल ट्रेफिक अवरुद्ध होने को काफी गंभीरता से लिया गया और रेलवे बोर्ड लगातार राहत कार्यों की जानकारी लेता रहा.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-