नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद जहां भारत में शोक और आक्रोश का माहौल है, वहीं पाकिस्तान की ओर से इस हमले पर सफाई देने के साथ-साथ विवादित बयान भी सामने आए हैं. इस हमले में अब तक 27 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि इस हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है. हम हर तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं. हालांकि इसके बाद उन्होंने भारत पर ही हमला बोलते हुए कहा कि इस हमले के पीछे खुद भारत के लोग भी हो सकते हैं. ख्वाजा आसिफ ने कहा, भारत के नागालैंड, मणिपुर और कश्मीर में लोग सरकार के खिलाफ हैं. भारत सरकार अल्पसंख्यकों को शोषित कर रही है – चाहे वे बौद्ध हों, ईसाई हों या मुसलमान. इसलिए लोग आवाज उठा रहे हैं.
इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का एक पुराना बयान भी वायरल हो रहा है, जो उन्होंने 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान दिया था. मुनीर ने कहा था, कश्मीर हमारी नस है, यह थी, है और रहेगी. हम कश्मीर को कभी नहीं भूलेंगे. हम कश्मीरी भाइयों को उनके संघर्ष में अकेला नहीं छोड़ सकते.
इस बयान को भारत में हो रहे आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में देखा जा रहा है, और इसे भारत-विरोधी मानसिकता का प्रतिबिंब बताया जा रहा है. पहलगाम हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा तेज़ हो गया है. रक्षा विशेषज्ञों और राजनेताओं का कहना है कि पाकिस्तान की कथनी और करनी में फर्क है. एक ओर पाकिस्तान आतंकी हमलों से खुद को अलग बताता है, वहीं दूसरी ओर उसके सेना प्रमुख 'कश्मीर को नसÓ बताकर उकसावे वाले बयान देते हैं.
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