पटना. मोकामा के मध्य विद्यालय मेकरा में मिड-डे मील खाने से 100 बच्चे बीमार हो गए थे. वहीं इस घटना के बाद से स्कूल में स्टूडेंट्स नहीं पहुंच रहे हैं. अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं. घटना के बाद भोजन के सैंपल कसे जांच के लिए भेजा गया है.
वहीं अब यह जानकारी सामने आई है कि स्कूल में पहले एक बच्चे की तबीयत बिगड़ी. आसपास के लोगों ने अफवाह फैला दी कि मिड डे मील में सांप मिला है. इसके बाद बाकि बच्चे और उनके परिजन भी डर गए.
आनन-फानन में परिजन बच्चों को मोकामा के बिषहरी स्थान ले जाया गया. वहां बच्चों को स्नान कराया गया और मंदिर की परिक्रमा कराई गई. तीन पुजारियों ने झाड़-फूंक की. वहीं पुजारी का दावा है कि अगर किसी व्यक्ति को सांप या बिच्छू ने काट लिया है, तो यहां झाड़-फूंक कर नीर पिलाने से विष खत्म हो जाता है. गुरुवार को 300 से ज्यादा बच्चों को झाड़-फूंक कर नीर पिलाया गया था. स्कूली बच्चों की संख्या लगभग 1:30 के बाद बढऩे लगी. बच्चों को दो घंटे तक खाना खाने और पानी पीने को नहीं कहा गया था, लेकिन वह घर जाकर पानी पी लिए. इसके कारण ही तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल में भर्ती कराया गया.
इस घटना के बाद जिला परिषद सदस्य नवनीत हिमांशु ने दोषी रसोइया को हटाने और पंचायत के शिक्षक की ट्रांसफर की मांग की है. वहीं इस मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई. ग्रामीणों की मांग है कि
स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही जांच
अभिभावक सुनीता देवी ने बताया कि उनका बेटा स्कूल से लौटने के बाद सिरदर्द और उल्टी की शिकायत कर रहा था. कई बच्चों को बिषहरी स्थान ले जाया गया. वहां बच्चों को स्नान कराया गया और मंदिर की परिक्रमा कराई गई. तीन पुजारियों ने झाड़-फूंक की. कुछ बच्चों को अस्पताल भी ले जाया गया. कुछ महिलाओं का कहना है कि नीर पीने के बाद बच्चे स्वस्थ हो गए. पुष्पा देवी ने बताया कि मोकामा ट्रामा सेंटर में गुरुवार रात इलाज के बाद बच्चों को एक-दो दिनों तक नियमित जांच के लिए बुलाया गया है. स्वास्थ्य विभाग की एक टीम घर-घर जाकर बच्चों की जांच कर रही है.
क्या बोलें प्रभारी प्रधानाध्यापक
प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष कुमार ने कहा कि वह तीन दिनों से छुट्टी पर हैं. स्कूली छात्र छात्राओं के बेहोश होने की सूचना मिली, जिसका कारण खाने में सांप का होना बताया गया. दरअसल एक बच्चे का आंख लाल हो गया था, जिसे बिषहरी स्थान में नीम का नीर पिलाया गया. तब तक खाने में सांप होने की अफवाह सभी बच्चों और गार्जियन के बीच फैल चुकी थी, तो सभी बच्चे वहां झाड़ फूंक करवाने पहुंचने लगे. इस दौरान ग्रामीण स्कूल के पास आकर हंगामा करने लगे और सड़क जाम कर दिया. इस मामले में कुछ लोगों ने जानबूझकर तूल दिया है, जिनका उद्देश्य स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाना और आर्थिक लाभ से जुड़ा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-